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    Ghaziabad Upchunav: कम मतदान प्रतिशत ने बढ़ाईं दिल की धड़कनें, 23 नवंबर को होगा 14 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला

    Updated: Wed, 20 Nov 2024 10:09 PM (IST)

    गाजियाबाद उपचुनाव 2024 में मतदान का प्रतिशत बहुत कम रहा। शाम 5 बजे तक केवल 33.30 प्रतिशत लोगों ने ही मतदान किया। यह चिंता का विषय है क्योंकि इस बार के उपचुनाव में 14 प्रत्याशी मैदान में थे। कम मतदान से नेताओं के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं। गाजियाबाद के उपचुनाव में प्रत्याशियों के साथ ही दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा भी दाव पर लगी हुई है।

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    प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर भूड़ में मतदान करने आए मतदाता।

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव में सरकारी मशीनरी के साथ ही सत्तारूढ़ दल के नेताओं की धड़कनें तेज हो चली है। दरअसल मौसम में बदलाव की वजह से मतदान बहुत ही धीमी गति से शुरू हुआ और पांच बजे तक 33.30 प्रतिशत ही मत पड़े। गाजियाबाद के उपचुनाव में प्रत्याशियों के साथ ही दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा भी दाव पर लगी हुई है।

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    पहली बार मतदान के दिन जिला प्रशासन के अधिकारी कलक्ट्रेट में बैठकर इंटरनेट मीडिया के माध्यम से मतदाताओं को घर से बाहर निकाल कर बूथों तक जाने के लिए प्रेरित करते रहे हैं। ऐसा पहली बार ही हुआ।

    डीएम ने की थी वोट डालने की अपील

    खुद डीएम ने कहा कि बीएलओ को मतदाताओं के घर जाकर यह बताने के निर्देश दिए गए कि बूथों पर भीड़ नहीं है, मतदान करने जरूर पहुंचे। चौंकाने वाली बात यह है कि गाजियाबाद में कई बार चुनाव की तैयारी का जायजा लेने एवं प्रचार करने खुद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी आए, लेकिन फिर भी 33 प्रतिशत लोगों ने ही मतदान किया है।

    मतदान कम होने से नेताओं के माथे पर शिकन

    इससे साफ पता चलता है कि मतदान को लेकर लोगों में खास उत्साह नहीं था और उपचुनाव में रुचि नहीं ली। पहली बार प्रदेश के किसी मुख्यमंत्री ने विजयनगर क्षेत्र में पहुंचकर रोड शो तक किया। 16 नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजयनगर में हुए रोड शो में भीड़ तो खूब उमड़ी, लेकिन मतदान घटने से नेताओं के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी हैं।

    दिनभर नहीं दिखा खास उत्साह

    रोड शो के बाद भी विजयनगर के बूथों पर सुबह 10 बजे तक बहुत कम मतदान हुआ है। इसी कड़ी में कैला भट्टा स्थित बूथों पर कुछ अधिक मतदाता दिखाई पड़े। हालाकिं यहां के मतदाता बंटते हुए नजर आए। शहर के पाश इलाकों के बूथों पर मतदाताओं की संख्या दोपहर तक कोई खास नहीं दिखाई पड़ी।

    315 मतदाताओं वाले सेठ मुकंदलाल इंटर कॉलेज में बनाए गए बूथ पर सुबह 10:00 बजे तक मात्र 25 लोगों ने ही वोट डालें। यह स्थिति बेहद चौंकाने वाली रही। सभी दलों के प्रत्याशी अपने-अपने बूथ प्रभारी को फोन करके मतदाताओं को घर से बूथ तक लाने का पूरा जोर लगाते रहे।

    क्षेत्र में 4.61 लाख मतदाता

    रिपोर्ट के अनुसार 4.61 लाख मतदाताओं में से दो लाख से अधिक मतदाता विजयनगर क्षेत्र में है। यहां नगर निगम के 14 वार्ड पड़ते हैं। इस क्षेत्र में अनुसूचित जाति के मतदाताओं के अलावा मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है। इसके अलावा अति पिछड़ा वर्ग के लोग भी खूब रहते है।

    प्रत्याशियों ने किया जनसंपर्क

    भाजपा प्रत्याशी संजीव शर्मा को जहां साहिबाबाद का घर छोडकर विजयनगर में आवास लेना पड़ा। वहीं, गठबंधन प्रत्याशी सिंह राज यहां के रहने वाले हैं। बसपा प्रत्याशी परमानंद गर्ग और आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी सत्यपाल चौधरी ने भी विजयनगर में रोज जनसंपर्क किया। प्रशासन के निर्देश पर विजयनगर स्थित राजकीय इंटर कालेज समेत 10 स्कूलों में वोटर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।

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    14 प्रत्याशी मैदान में

    गाजियाबाद की शहर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में खड़े 14 प्रत्याशियों का भाग्य फैसला बुधवार को ईवीएम में कैद हो गया। इस चुनाव में सिर्फ एक तिहाई लोगों ने ही अपने मत का प्रयोग किया। सुबह से सात बजे शुरू हुआ मतदान शाम पांच बजे तक चला। शाम पांच बजे तक केवल 33.30 प्रतिशत लोग ही मतदान केंद्रों तक पहुंचे।

    प्रदेश में नौ सीटों में उपचुनाव होने थे। इनमें सबसे कम मतदान प्रतिशत गाजियाबाद में रहा। हालांकि 20 साल पहले इसी विधानसभा में वर्ष 2004 में उपचुनाव हुए थे। तब भी केवल 19 प्रतिशत ही मतदान हुआ था। उपचुनाव के लिए कराने के लिए प्रशासन ने शहर विधानसभा में 507 बूथ बनाए थे।