प्रतिभा: मिलिए देश की सबसे छोटी लेखिका से, साढ़े चार साल की उम्र में लिख दी किताब
World Youngest Author गाजियाबाद में एक साढ़े चार साल की बच्ची ने किताब लिखकर वर्ल्ड रिकार्ड बनाया है। बच्ची का नाम प्राविका सिंह है। वह वसुंधरा के सेक्टर-छह स्थित एमिटी इंटरनेशनल स्कूल में केजी में पढ़ रही है।
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। वसुंधरा के सेक्टर-छह स्थित एमिटी इंटरनेशनल स्कूल में केजी में पढ़ने वाली साढ़े चार साल की प्राविका सिंह ने द लाइन एंड द बोन नाम की किताब लिखकर वर्ल्ड रिकार्ड बनाया है। प्राविका ने किताब लिखकर अपना नाम वर्ल्ड बुक आफ टैंलेंट रिकार्ड्स-2022 में दर्ज कराया है। इसके लिए वर्ल्ड बुक आफ टैलेंट रिकार्ड्स ने यंगेस्ट आथर आफ द वर्ल्ड के खिताब से इन्हें सम्मानित किया है।
प्राविका सिंह अपने पिता सौरभ कुमार सिंह और माता प्रज्ञा प्रांजलि के साथ राजेंद्र नगर सेक्टर-दो में रहती हैं। सौरभ सीए हैं, जबकि प्रज्ञा प्रांजलि समाज विज्ञानी हैं। प्राविका वसुंधरा सेक्टर-छह के एमिटी इंटरनेशनल स्कूल में केजी में पढ़ती हैं। प्राविका द् लाइन एंड द बोनच् नाम से किताब लिख रही थीं।
कहानी सही बने इसमें प्राविका की स्कूल की शिक्षिका गरिमा सक्सेना और आशा झुनझुनवाला ने भी सहयोग किया। दोनों शिक्षिकाओं ने प्राविका को जाली फानिक्स से पढ़ना और लिखना सिखाया। इससे प्राविका को लिखने का तरीका पता चले। इसके बाद प्राविका ने खुद ही किताब लिख डाली। जनवरी 2022 में किताब प्रकाशित कराई। किताब में शब्दों और चित्रों की चित्रकारी खुद ही की है।
प्राविका की लिखी यह किताब मानवता और मित्रता पर आधारित है। उन्होंने बताया कि इस खिताब की नामांकन प्रक्रिया में करीब एक साल का वक्त लगा। वर्ल्ड बुक आफ टैलेंट रिकार्ड्स-2022 की ओर से पिछले तीन साल में बच्चों द्वारा लिखी पुस्तकों और कहानियों का अवलोकन किया गया। इसके बाद प्राविका की किताब के अन्य विवरण की जांच की गई। इसके बाद वर्ल्ड बुक आफ टैलेंट रिकार्ड्स की ओर से प्राविका को यंगेस्ट आथर आफ द वर्ल्ड के खिताब से सम्मानित किया गया।