Ghaziabad News: ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे की दो कंपनियां ब्लैकलिस्टेड, जुर्माना लगा; टोल टैक्स में भी इजाफा
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के रखरखाव में खामियों के चलते दो कंपनियों को एक साल के लिए डिबार कर दिया गया है। एनएचएआई ने दोनों कंपनियों पर 40 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी एक्सप्रेस-वे के गड्ढों को लेकर नाराजगी जताई थी। आज से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर टोल शुल्क में भी बढ़ोतरी हो गई है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे का काम देख रहीं दो कंपनियाें को डिबार कर दिया गया है। रखरखाव में खामियों के चलते एनएचएआई ने एक साल के लिए दोनों कंपनियों को डिबार किया है। एनएचआई के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है।
दोनों कंपनियों पर 40 करोड़ रुपये का लगा जुर्माना वसूल लिया गया है। इसके साथ ही टीओटी कंपनी एनसीआर ईपीई प्राइवेट लिमिटेड द्वारा एक्सप्रेस-वे पर नए सिरे से मेंटेनेंस का काम तेजी से कराया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार 25 फरवरी 2025 को एनएचएआई ने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के खंड (छह) के किलोमीटर 114 से लेकर 136 तक का हरियाणा के हिस्से का काम देख रही कंपनी गायत्री प्राेजेक्ट्स लिमिटेड को 26 फरवरी 2026 तक के लिए डिबार किया गया है।
कंपनी को एनएचआई के कार्य मिलने के आसार
इस अवधि में उक्त कंपनी को एनएचआई के कार्य मिलने के आसार नहीं है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में पड़ने वाले एक्सप्रेस-वे के तृतीय खंड के किलोमीटर 46 से लेकर 71 तक का काम देख रही कंपनी जयप्रकाश एसोसिएटिड लिमिटेड को भी एक साल के लिए डिबार किया गया है।
नितिन गडकरी ने गड्ढों को लेकर जताई नाराजगी
बता दें कि पिछले वर्ष केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने मुरादनगर के पास पौधारोपण करने से पहले ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के गड्ढों को लेकर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा था कि काम बहुत हो गया अब खामियों पर कार्रवाई की जाएगी। ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे या कुंडली-गाजियाबाद-पलवल एक्सप्रेसवे 135 किमी लंबा और छह लेन लेन चौड़ा एक्सप्रेस है। यह हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्यों से गुज़र रहा है।
रखरखाव में खामियों के चलते अनेक जगहों पर गड्ढे
एक्सप्रेसवे में 86 वर्ग लंबे पलवल-गाजियाबाद सेक्शन के दो वर्ग हैं, जिन्हें फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद एक्सप्रेसवे और 49 किमी लंबा गाजियाबाद-सोनीपत सेक्शन भी कहा जाता है। इसे फरीदाबाद-गाजियाबाद खिंचाव में यातायात की भीड़ से छुटकारा पाने के लिए 11,000 करोड़ की लागत से बनाया गया है। वाणिज्यिक वाहनों को दिल्ली में प्रवेश करने के कारण प्रदूषण को रोकने के लिए भी इसका निर्माण किया गया है। इस मार्ग के रखरखाव में खामियों के चलते अनेक जगहों पर गड्ढे हो गये हैं, जिन्हे अब ठीक किया जा रहा है।
आज से नई दरों से देना होगा टोल शुल्क
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार से नई दरों के हिसाब से टोल शुल्क देना होगा। औसतन चार प्रतिशत टोल शुल्क की वृद्धि की गई है। डीएमई पर दिल्ली से मेरठ तक कार से जाने का टोल शुल्क अब 165 रुपये की जगह 170 देना होगा।
दिल्ली से जाते समय छिजारसी टोल प्लाजा पर पहले 170 रुपये देना पड़ता था अब 175 रुपये देय होगा। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर जखोली से छज्जूनगर तक कार और जीप का टोल बढ़ाकर 295 रुपये कर दिया गया है। हल्के कमर्शल वाहन का एक तरफ का दिल्ली से मेरठ का टोल 265 से 275 रुपये किया गया है। मासिक पास की शुल्क में भी वृद्धि कर दी गई है।
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