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    जल निकासी की समस्या पर DM ने अधिकारियों को लगाई फटकार, इंजीनियर को इस तरह से मकान बनाने का दिया निर्देश

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 12:01 PM (IST)

    गाजियाबाद के लोनी में जल निकासी की समस्या पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि लोगों को मकान ऊंचे करने के लिए कहना समाधान नहीं है। इंजीनियर जल निकासी की व्यवस्था बनाएं। उन्होंने मथुरा में किए गए अपने कार्यों का उदाहरण दिया और लोनी में भी उसी तरह कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए ताकि लोगों को जलभराव से मुक्ति मिल सके।

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    गाजियाबाद के लोनी में जल निकासी की समस्या पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को फटकार लगाई। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। आम लोग मेहनत-मजदूरी करके किसी तरह अपना मकान बनाते हैं। अब सरकार और जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है कि उन्हें बेहतर जलनिकासी व्यवस्था मुहैया कराए।

    लोनी में जलनिकासी की समस्या है, सवाल पूछने पर जवाब मिलता है कि साहब, वह कटोरा (निचला इलाका, जहां पानी जमा होता है) है, वहां से जलनिकासी मुश्किल है।

    लोग जलनिकासी के लिए अपने मकान ऊंचे कराएं, वरना शासन से बजट जारी होगा तो काम कराया जाएगा। यह समस्या का समाधान नहीं है। मैं ऐसे जवाब न तो सुनता हूं और न ही भविष्य में सुनना चाहता हूं। जलनिकासी व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी इंजीनियर की है।

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    इसलिए इंजीनियर का दिमाग लगाकर लोनी से जलनिकासी व्यवस्था बनाएं। जिलाधिकारी ने यह बातें शुक्रवार को जीडीए, नगर पालिका और जल निगम के अधिकारियों के साथ लोनी में जलनिकासी की समस्या को लेकर बैठक के दौरान कहीं।

    जिलाधिकारी ने कहा कि जब ऐसी जगहों से लोग समस्या लेकर आते हैं तो उनसे कहा जाता है कि अपने मकान ऊंचे कर लो, यह सबके लिए संभव नहीं है। जब लोग ऐसा नहीं करते तो समस्या का समाधान नहीं होता। लोगों से कहा जाता है कि सरकार की ओर से बजट जारी होगा तो काम हो जाएगा।

    यह तरीका भी ठीक नहीं है। सरकार को पूरे प्रदेश के 75 जिलों में विकास कार्य कराने हैं। संबंधित विभाग के अधिकारियों और जिला प्रशासन का काम है कि वे बताएं कि कहां क्या विकास कार्य होना है और कैसे होना है। जिलाधिकारी ने उदाहरण देते हुए बताया कि जब वह मथुरा में नगर आयुक्त थे तो मथुरा और वृंदावन के बीच एक विधानसभा क्षेत्र में ऐसी ही समस्या देखने को मिली थी।

    इस पर उन्होंने सर्वे कराया और सबसे पहले नालियों का निर्माण कराया, नालियों के जरिए रिहायशी इलाके से पानी निकाला गया और पंप सेट की मदद से उस पानी को नाले के जरिए बाहर निकाला गया। इस तरह लंबे समय से रोजाना जल निकासी की समस्या से जूझ रहे लोगों को राहत मिली।

    इसमें किसी रॉकेट साइंस का इस्तेमाल नहीं किया गया है। यह एक तय प्रक्रिया है, जिसके तहत काम होना चाहिए। इसी तरह लोनी नगर पालिका क्षेत्र में ऐसे स्थानों को चिह्नित किया जाए जहां जल निकासी के लिए नालियां नहीं बनी हैं। पानी सड़क पर या खाली प्लॉटों में जाता है।

    वहां सर्वेक्षण कराकर नालियों के निर्माण और नाले के पानी को नाले के माध्यम से आगे ले जाने की कार्ययोजना बनाकर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करें। डीपीआर शासन को भेजी जाएगी और बजट स्वीकृत होने के बाद कार्य शुरू कराया जाएगा। ताकि लोनी नगर पालिका क्षेत्र में रहने वाले लोगों को जलनिकासी की समस्या से राहत मिल सके।