Ghaziabad Fake Assault Case: सामूहिक दुष्कर्म की सच्चाई ने उड़ाए यूपी पुलिस के होश, पीड़िता ही निकली 'गुनहगार'
दो दिन पहले बुधवार को दिल्ली की महिला से गाजियाबाद में सामूहिक दुष्कर्म और बर्बरता का मामला पूरी तरह से फर्जी साबित हो चुका है। आरोपितों ने पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की लेकिन दो दिन के भीतर झूठी कहानी का द इंड हो गया है।

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। दो दिन पहले बुधवार को दिल्ली की महिला से गाजियाबाद में सामूहिक दुष्कर्म और बर्बरता का मामला पूरी तरह से फर्जी साबित हो चुका है। आरोपितों ने पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की, लेकिन दो दिन के भीतर झूठी कहानी का भांडाफोड़ हो गया है।
पुलिस ने इस मामले में महिला के तीन दोस्तों को गिरफ्तार किया है। अस्पताल से छुट्टी मिलते ही महिला को भी गिरफ्तार किया जाएगा, जो अब तक खुद को पीड़िता बता रही थी। जबकि, उन पांचों के खिलाफ पुलिस को कोई सबूत नहीं मिले, जिनपर महिला अगवा कर दुष्कर्म करने का आरोप लगा रही थी। पुलिस ने पांचों को क्लीन चिट दे दी है।
प्रापर्टी विवाद में रची दुष्कर्म की फर्जी कहानी
गाजियाबाद पुलिस ने बताया कि दिल्ली की महिला से फर्जी दुष्कर्म की यह पूरी कहानी एक विवादित प्रापर्टी को हथियाने के लिए रची गई थी। घटना में पहले ही दिन कई झोल सामने आए थे। दैनिक जागरण ने पहले दिन ही घटना को फर्जी करार देते हुए खबर प्रकाशित कर दी थी। अब दैनिक जागरण की खबर पर पुलिस ने भी मुहर लगा दी है।
आजाद ने दोस्तों के साथ मिलकर बनाया प्लान
बृहस्पतिवार शाम पुलिस लाइन में आयोजित एक प्रेसवार्ता में आइजी मेरठ जोन प्रवीण कुमार व एसएसपी मुनिराज जी. ने बताया कि पकड़े गए आरोपित की पहचान दिल्ली के वेलकम थाना निवासी आजाद, बादलपुर गौतमबुद्धनगर निवासी गौरव व गाजियाबाद के कैला भट्ठे का रहने वाला अफजाल के तौर पर हुई है। तीनों महिला के परिचित हैं। आजाद महिला का करीबी है, जबकि गौरव व अफजाल आजाद के दोस्त हैं।
सड़क पर बोरे में महिला के मिलने का खुला सस्पेंस
पुलिस ने बताया कि महिला का दिल्ली की एक प्रापर्टी को लेकर विवाद चला आ रहा था। यह मामला कड़कड़डूमा कोर्ट में विचाराधीन हैं। इस प्रापर्टी को कब्जाने के लिए ही महिला ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर फर्जी सामूहिक दुष्कर्म की साजिश रची थी। आारोपितों की साजिश थी कि मकान में रह रहे दोनों भाइयों व उनके साथियों को सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में फंसाकर इस प्रापर्टी पर कब्जा कर लेंगे। इस साजिश को आजाद व अफजाल ने रचा जबकि गौरव की कार का वारदात में इस्तेमाल किया गया। महिला को आजाद ने ही बोरे में भरकर सड़क पर फेंक दिया था। राहगीरों ने उसे ऐसा करते देखा।
आजाद निकला मामले का मास्टरमाइंड
आजाद पर मुरादनगर व साहिबाबाद में पुलिस को तीन आपराधिक मुकदमे दर्ज मिले हैं। वह शातिर किस्म का बदमाश है। पुलिस जांच में आया है कि गाजियाबाद पुलिस उसे एक बार मुठभेड़ में गिरफ्तार भी कर चुकी है। उसके पास से पुलिस को चार आधार कार्ड मिले हैं। चारों पर अलग-अलग नाम दर्ज हैं। इससे अंदेशा जताया जा रहा है कि उसने पुलिस को अपनी अलग-अलग पहचान बताई और अलग-अलग नामों से उस पर मुकदमे दर्ज हुए।
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