दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर सिपाही की मौत के बाद भी नहीं लगे बैरियर, कांस्टेबल ड्यूटी पर तैनात
गाजियाबाद में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर सिपाही की मौत के बाद ट्रैफिक कर्मियों ने सुरक्षा की कमी पर नाराजगी जताई। अधिकारियों ने एक्सप्रेसवे के प्रवेश और निकास द्वारों पर बैरियर लगाने का फैसला किया है ताकि ट्रैफिक कर्मी सुरक्षित रहें। फिलहाल बैरियर लगने में देरी है। पुलिस मृतक सिपाही के परिवार के बयान का इंतजार कर रही है। अधिकारियों ने जल्द ही बैरियर लगाने की बात कही है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसे में एक कांस्टेबल की मौत के बाद ट्रैफिक कर्मियों ने बिना सुरक्षा के एक्सप्रेसवे पर ड्यूटी करने से इनकार कर दिया। कांस्टेबलों की नाराजगी को देखते हुए अधिकारियों ने तय किया कि एक्सप्रेसवे के प्रवेश और निकास द्वारों पर सभी जगह बैरियर लगाए जाएंगे। ये बैरियर इस तरह लगाए जाएंगे कि ट्रैफिक कर्मी सुरक्षित खड़े रह सकें।
हालांकि, मंगलवार को बैरियर नहीं लग सके। कांस्टेबल की मौत के मामले में विजय नगर थाने में दर्ज मुकदमे में पुलिस कांस्टेबल के परिजनों के आने का इंतजार कर रही है। उनके बयान लिए जाने हैं।
आईपीईएम के सामने एग्जिट प्वाइंट पर ट्रैफिक कांस्टेबल विपिन कुमार को शुक्रवार शाम एक तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी। हादसे में गंभीर रूप से घायल कांस्टेबल की शनिवार देर रात अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
घटना का वीडियो सामने आने के बाद साफ हो गया कि कार चालक ने जानबूझकर कांस्टेबल को टक्कर मारी थी। इस घटना के बाद ट्रैफिक कर्मियों ने अधिकारियों से मिलकर नाराजगी जताई और कहा कि बिना सुरक्षा के एक्सप्रेसवे पर ड्यूटी न लगाई जाए। हालांकि, ड्यूटी अभी भी जारी है। मंगलवार को भी ट्रैफ़िक कर्मी उसी जगह पर ड्यूटी करते देखे गए जहां शुक्रवार शाम को हादसा हुआ था।
कॉन्स्टेबल के परिजनों के आने के बाद बयान दर्ज किए जाएँगे। अभी तक घटना के समय मौजूद अन्य कॉन्स्टेबलों के बयान लिए जा चुके हैं।
-रितेश त्रिपाठी, एसीपी कोतवाली
बुधवार से एक्सप्रेसवे के सभी प्रवेश और निकास बिंदुओं पर ज़िगज़ैग पैटर्न में बैरियर लगाए जाएँगे। इससे जवानों को अपनी ड्यूटी करने में कोई परेशानी नहीं होगी।
-सच्चिदानंद, एडीसीपी ट्रैफ़िक
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।