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    Ghaziabad News: यात्रीगण कृपया ध्यान दीजिये... पुराने बस अड्डे पर हादसे का खतरा, नहीं लगा है कोई नोटिस

    Updated: Mon, 13 Jan 2025 10:58 AM (IST)

    गाजियाबाद के पुराने बस अड्डे पर चल रहे निर्माण कार्य के बीच बसों का संचालन यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बना हुआ है। नियमों के अनुसार निर्माण कार्य शुरू होने पर बसों का संचालन साहिबाबाद डिपो से किया जाना था लेकिन राजस्व की चिंता के कारण ऐसा नहीं किया गया। निर्माण कार्य के बीच यात्री पहुंच रहे हैं और सुरक्षा के लिए दिशा निर्देश भी जारी नहीं किए गए।

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    पुराने बस अड्डे पर चल रहा निर्माण कार्य। फोटो- जागरण

    हसीन शाह, गाजियाबाद। पुराने रोडवेज बस अड्डे पर चल रहे निर्माण कार्य के बीच बसों का संचालन हो रहा है। लापरवाही की हद तो ये है कि यहां यात्रियों की सुरक्षा के लिए कोई नोटिस भी नहीं लगाया गया है। ऐसे में यात्रियों को हादसे का खतरा है। नियम के तहत निर्माण कार्य शुरू होने पर बसों का संचालन साहिबाबाद डिपो से किया जाना था।

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    गाजियाबाद बस अड्डे का निर्माण मार्च 2026 तक पूरा किया जाना है। यहां सभी सुविधाएं हवाई अड्डे की तर्ज पर मिलेंगी। बस अड्डा पूरी तरह से अत्याधुनिक होगा। इसके लिए कंपनी ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। पिलर व स्ट्रक्चर तैयार करने का कार्य किया जा रहा है।

    मार्च 2025 तक पूरा होना था काम

    गाजियाबाद बस अड्डे का निर्माण पीपीपी मोड (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के अंतर्गत किया जा रहा है। ओमेक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बस अड्डे का निर्माण 61 करोड़ रुपये में कर रही है। शुरुआत में कंपनी को मार्च 2025 तक निर्माण कार्य पूरा करना था।

    कंपनी भी बस अड्डे का निर्माण शुरू करने के लिए करीब आठ पहले आ गई थी, लेकिन यहां से संचालित करीब 59 बसों को दूसरी जगह शिफ्ट नहीं किया गया। बसों के शिफ्ट किए बिना ही निर्माण शुरू कर दिया है। जिस स्थान पर निर्माण कार्य चल रहा है, वहीं से बसें चल रही हैं। निर्माण कार्य के बीच यात्री पहुंच रहे हैं। उनकी सुरक्षा के लिए कोई दिशा निर्देश भी जारी नहीं किए गए हैं।

    राजस्व की चिंता के कारण यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़

    यदि बसों का संचालन साहिबाबाद डिपो से किया जाता है तो रोडवेज में यात्रियों की संख्या कम हो सकती है। पुराने बस अड्डे पर यात्री अधिक संख्या में पहुंचते हैं।

    माना जा रहा है कि साहिबाबाद डिपो पर इतनी संख्या में यात्री नहीं पहुंचेंगे। ऐसे में रोडवेज का राजस्व कम होगा। अधिकारी राजस्व का लक्ष्य पूरा नहीं कर पाएंगे। जानकारों की माने तो राजस्व के चक्कर में निर्माण कार्य के बीच बसों का संचालन किया जा रहा है।

    अत्याधुनिक बस अड्डे में ये होंगी सुविधाएं

    • अत्याधुनिक बस अड्डा बनने पर यहां यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं रहेंगी।
    • बस देखने के लिए बड़ी एलईडी स्क्रीन लगेंगी। जिस पर यात्री बस चलने का समय देख सकेंगे।
    • विश्रामालय व बैठने के लिए यात्री हाल की व्यवस्था होगी।
    • बेहतर कनेक्टिविटी के लिए वाई-फाई भी लगेगा।
    • विभिन्न तरह के आउटलेट्स की सुविधा भी रहेगी।
    • इसके लिए दुकानें बनाई जाएंगी। यहां निजी स्तर पर भी दुकाने संचालित होंगी।