Cyber Crime: बुजुर्ग दंपती को किया डिजिटल अरेस्ट, मनी लॉन्ड्रिंग का केस बताकर ठगे 15 लाख रुपये
गाजियाबाद में इंदिरापुरम की 82 वर्षीय संतोष कौर और उनके पति को साइबर ठगों ने मनी लॉन्ड्रिंग का आरोपी बताकर 15 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने खुद को दूरसंचार विभाग और मुंबई पुलिस का अधिकारी बताकर महिला को डराया और अग्रिम जमानत के नाम पर पैसे जमा करवाए। पीड़िता ने साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज कराया है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। गाजियाबाद में इंदिरापुरम निवासी 82 वर्षीय संतोष कौर और उनके पति को मनी लॉन्ड्रिंग का आरोपी बता साइबर ठगों ने 15 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित महिला और उनके पति को पहले डिजिटल अरेस्ट बताया गया फिर ऑनलाइन ही जमानत कराने के नाम पर 15 लाख रुपये ठग लिए।
पीड़िता संतोष कौर ने पुलिस को बताया कि 24 जून को उन्हें अज्ञात मोबाइल नंबरों से कॉल आने लगे। फोन करने वाली महिला ने खुद को दूरसंचार विभाग की कर्मचारी पूजा अग्रवाल बताया और कहा कि मुंबई के केनरा बैंक में एक फर्जी खाता उनके नाम और आधार से जुड़ा है। महिला ने फिर कॉल को मुंबई पुलिस के कथित अधिकारी मोहित हांडा को ट्रांसफर किया। हांडा ने महिला को वीडियो कॉल कर उन्हें डराया कि उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस है।
इसके बाद सीबीआई के नाम पर राहुल गुप्ता और साइबर ब्रांच से राहुल शर्मा बताकर वीडियो कॉल में शामिल हुए। ठगों ने उन्हें वाट्सऐप पर फर्जी गिरफ्तारी वारंट, सुप्रीम कोर्ट की याचिका और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े दस्तावेज भेजे और कहा कि अगर वह गिरफ्तारी से बचना चाहती हैं तो उन्हें अग्रिम जमानत के लिए तुरंत धनराशि जमा करनी होगी। डर और मानसिक तनाव के चलते महिला व उनके पति ने तीन दिन में अलग-अलग खातों में 15 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। ठगी का एहसास होने पर उन्होंने साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया है।
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