'एक आदमी की वजह से आज इस स्थिति में आ गए...', दंपती की सुसाइड नोट में सामने आया यह सच
साहिबाबाद में एक दंपति ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को मौके से एक डायरी मिली है जिसमें मृतक पंकज ने लिखा है कि एक आदमी की वजह से वे इस स्थिति में आए हैं। इसमें धैर्य नेगी के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं। पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। कर्ज में डूबे और दबाव से परेशान दंपती ने फ्लैट में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली, लेकिन पुलिस को फ्लैट से बरामद एक डायरी में दो अलग-अलग सुसाइड नोट बरामद हुए हैं। मृतक पंकज ने लिखा था कि एक आदमी धैर्य की वजह से आज यह स्थिति हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
पंकज के मिले सुसाइड नोट में लिखा था कि आज जो कदम हम उठा रहे हैं ये हमने नहीं उठाना था, लेकिन अब आगे रास्ता कुछ नहीं बचा। सिर्फ एक आदमी की वजह से हम इस स्थिति में आ गए हैं कि हमें अपनी जिंदगी खत्म करने के अलावा कोई और रास्ता नहीं दिखाई दे रहा।
सुसाइड नोट में दंपती ने धैर्य नेगी पर लगाया आरोप
धैर्य नेगी एक ऐसा शख्स है जिसने हमारे साथ फ्रॉड किया। ब्लैकमेल किया, मुझे मेरी फैमली को मारने की धमकियां दीं। मेरा लाखों रुपये लेकर वापस नहीं दिए। झूठ बोलकर अपने भाई की जमानत करवाई। दिल्ली पुलिस में इसके मामा हैं जो उसको बचा लेते हैं। गैंगस्टर के साथ इसका उठना-बैठना है। हरेन्द्र खड़खड़ी, रोहित, संदीप ये सभी लोग इसको सहयोग करते हैं। अगर धैर्य की बात नहीं मानता था तो इनको बोलकर दबाव बनवाता है। पैसे वसूल करता है। इन लोगों के नाम पर लाखों रुपये की वसूली की।
2018 में मदनलाल डीलर से घर लीज पर लिया
उन्होंने लिखा कि एक क्लब खुलवाया मेरे नाम से जिसमें मेरे से सारा पैसा लगवाया और इन सब को जबरदस्ती पार्टनर बनवाया। इसके बाद सारा रुपया निकाल लिया। इससे आज उनके ऊपर देनदारी है। जिस घर में रह रहे थे, वो घर 2018 में मदनलाल डीलर से पांच लाख रुपये देकर लीज पर लिया था। जिसका एग्रीमेन्ट उसके पास ही था। बाद में इसको खरीदने की बात हुई, लेकिन कोविड में मदनलाल की मौत हो गई।
मणिपुर में रहती हैं मकान मालिक थाओ लेंटुई
इस मकान के मालिक थाओ लेंटुई छोटे जो कि मणिपुर में रहती हैं। घर आकर रुपये मांगती थीं। उनकी बेटी जब मर्जी पुलिस भेज देती है। मकान मालिक की बेटी बोलती है कि उनकी पहुंच प्रशासन में ऊपर तक है। इनका एक रिश्तेदार श्याम सिंह अपने साथ तीन चार आदमी लेकर धमकाने भी आया। मेरे बच्चे को मेरी मां के पास छोड़ देना। उन्होंने सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
कुछ लोगों ने जीने लायक नहीं छोड़ा
रीना के मिले सुसाइड नोट में लिखा था कि हम मरना नहीं चाहते पर कुछ लोगों ने मुझे जीने लायक छोड़ा ही नहीं। बहुत कोशिश की हमने कि हमें कुछ टाइम दे दो पर कोई भी एग्री नहीं हुआ। बहुत दबाव है, कोई रास्ता नहीं दिख रहा, इसलिए यही एक रास्ता बचा है हमारे लिए। कभी किसी का दिल दुखाया हो या किसी का बुरा हुआ हो तो माफ कर देना हमें। इसके बाद उन्होंने सात लोगों के नाम लिखे।

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