गाजियाबाद में हिंडन घाट पर बनेगा सीएनजी शव दाह गृह, बड़ा होगा परिसर
इलेक्ट्रिक शव दाह गृह की अपेक्षा सीएनजी वाले का परिसर बड़ा होगा। इलेक्ट्रिक मशीन वाला परिसर काफी छोटा है जिसमें शव को रखने व अंतिम संस्कार की प्रक्रिय ...और पढ़ें

गाजियाबाद, आयुष गंगवार। हिंडन शमशान घाट पर अब सीएनजी से चलने वाला शव दाह गृह भी बनाया जाएगा। नगर निगम के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया अगले दो से तीन माह में यह शव दाह गृह बनकर तैयार हो जाएगा।
बता दें कि हाल में शुरू हुए इलेक्ट्रिक शव दाह गृह की मशीन बार-बार खराब हो रही है। इसके चलते निगम ने यह फैसला लिया है। वहीं इलेक्ट्रिक मशीन की भी रिपेयरिंग का काम जारी है।
जल्द होगा टेंडर
नगर निगम के यांत्रिकी विभाग के मुताबिक सीएनजी शव दाह गृह की मशीन के लिए कंपनियों से बात कर ली गई है। सभी कंपनियों ने अपने रेट दे दिए हैं। अधिकारियों के साथ इसकी चर्चा पहले की जा चुकी है। जल्द प्रस्ताव पास कर टेंडर छोड़े जाएंगे। अधिकारियों की मानें तो सीएनजी मशीन इलेक्ट्रिक के बजाए अधिक भरोसेमंद होती है। विशेषज्ञों ने भी यही राय दी है कि सीएनजी शव दाह गृह ज्यादा सफल हैं।
बड़ा होगा परिसर
इलेक्ट्रिक शव दाह गृह की अपेक्षा सीएनजी वाले का परिसर बड़ा होगा। इलेक्ट्रिक मशीन वाला परिसर काफी छोटा है, जिसमें शव को रखने व अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में काफी मुश्किल होती है। इस कारण सीएनजी शव दाह गृह का भवन अलग और पर्याप्त जगह में बनाया जाएगा।
बार-बार पिघल जाता है क्वाइल
इलेक्ट्रिक शव दाह गृह को चालू होने के बाद से ही कई बार खराब हो चुका है। एक बार कोरोना संक्रमित उद्यमी का अधजला शव करीब 30 घंटे तक इसमें फंसा रहा था। एक हफ्ते पहले यह फिर से खराब हो गया है। सूत्रों की माने तो इसमें लगाया गया क्वाइल खराब गुणवत्ता का है, जो तापमान बढ़ने पर खुद ही पिघल जाता है। नगर निगम इसे भी ठीक करा रहा है। अधिकारियों की मानें तो इलेक्ट्रिक शव दाह गृह को पहले से अधिक मजबूत बनाने का प्रयास है।
नगर निगम के यांत्रिकी विभाग के एक्सईएन मनोज प्रभात ने बताया कि इलेक्ट्रिक शव दाह गृह के बार-बार खराब होने के चलते सीएनजी मशीन लगाने का फैसला लिया गया है। इलेक्ट्रिक मशीन चलती रहेगी। सीएनजी शव दाह गृह के लिए जल्द ही टेंडर छोड़ा जाएगा। उम्मीद है कि 2-3 माह में यह बनकर तैयार हो जाएगा।

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