Ghaziabad News: कमिश्नरी बनने के बाद अन्य प्रदेश व जिलों से होगा बेहतर समन्वय
Ghaziabad News पुलिस कमिश्नरी बनने के बाद अपराध नियंत्रण पर बेहतर काम हो सकेगा। कमिश्नरी में बैठने वाले वरिष्ठ अधिकारी आसपास के प्रदेश व जिलों की पुलिस से बेहतर समन्वय स्थापित कर सकेंगे। पुलिस के पास कमिश्नरी व्यवस्था में अधिकार बढ़ जाएंगे जिसका सीधा लाभ लोगों को मिल सकेगा।

गाजियाबाद [आशुतोष गुप्ता] जिले में पुलिस कमिश्नरी बनने की चर्चाओं को अब बल मिलने लगा है। बढ़ रहे अपराध से त्रस्त हो चुके आमजन अब पुलिस कमिश्नरी की मांग करने लगे हैं। जिले में कमिश्नरी बनने के बाद अपराधों पर काबू पाया जा सकेगा। खासकर अंतरराज्जीय गिरोह पर लगाम कसी जा सकेगी। पुलिस कमिश्नरी बनने के बाद अपराध नियंत्रण पर बेहतर काम हो सकेगा। कमिश्नरी में बैठने वाले वरिष्ठ अधिकारी आसपास के प्रदेश व जिलों की पुलिस से बेहतर समन्वय स्थापित कर सकेंगे। ऐसे में बाहरी जिलों से आकर गाजियाबाद में अपराध करने वाले बदमाशों पर भी काबू पाया जा सकेगा।
वहीं वाहन चोरी के साथ साइबर क्राइम जैसे अपराध पर भी पुलिस बाहरी पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर वारदात पर नियंत्रण कर सकेगी। अमूमन दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़ जैसे प्रदेशों में कमिश्नरी व्यवस्था के चलते पुलिस वहां मजबूत पैरवी नहीं कर पाती। पुलिस इसके लिए अपने वरिष्ठ अधिकारियों की मदद लेती है। लेकिन जब वरिष्ठ अधिकारी ही गाजियाबाद में बैठेंगे तो जिले की क्या सूरत होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
बेनजीता रहती हैं समन्वय बैठक
जिले में समय-समय पर दिल्ली व अन्य जिलों की पुलिस के साथ गाजियाबाद पुलिस समन्वय बैठक करती है लेकिन यह बेनतीजा रहती हैं। बैठक में बार्डर क्षेत्रों अपराधियों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाने के साथ-साथ संयुक्त कार्रवाई कर अपने-अपने प्रदेश के बदमाशों पर काबू पाने के लिए दावे किए जाते हैं लेकिन यह बैठकों तक ही सीमित रहते हैं। जमीनी हकीकत कुछ और होती है। जिले में पुलिस कमिश्नरी व्यवस्था लागू होने के बाद जिले में बैठे वरिष्ठ अधिकारी सीधे अन्य प्रदेशों व जिलों के बड़े अधिकारियों से बात कर पुलि¨सग में आने वाली समस्या का हल निकाल सकेंगे।
अधिकारियों के पर्यवेक्षण में होगा बेहतर कार्य
लोगों का कहना है कि पुलिस कमिश्नरी व्यवस्था लागू होने के बाद जिले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के पर्यवेक्षण में पुलिस बेहतर कार्य कर सकेगी। पुलिस के पास कमिश्नरी व्यवस्था में अधिकार बढ़ जाएंगे, जिसका सीधा लाभ लोगों को मिल सकेगा। सेवानिवृत पुलिस अधिकारी पुलिस कमिश्नरी व्यवस्था को जिले की जरूरत बता रहे हैं। उनका कहना है कि जिले में समय के साथ अब जिले में कमिश्नरी व्यवस्था लागू होने बेहद आवश्यक है। कमिश्नरी लागू होने से पुलिस की सक्रियता बढ़ेगी। पुलिस अधिकारियों का निकटतम पर्यवेक्षण होगा। इसके चलते पुलिसकर्मी काम करेंगे और अपराधों में कमी आएगी। जिले में पुलिस कमिश्नरी से काफी परिवर्तन देखने को मिलेंगे। - पीपी कर्णवाल, सेवानिवृत डिप्टी एसपी
कमिश्नरी लागू होने से पुलिस को मजिस्ट्रेट के अधिकार मिल सकेंगे। ऐसे में अपराधियों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई हो सकेगी और आमजन को सहूलियत मिलेगी। पुलिस को निर्णय लेने में दिक्कत नहीं होगी और काम में तेजी आएगी। - किशन सिंह तालान, सेवानिवृत डिप्टी एसपी
कमिश्नरी लागू होने से अपराध पर नियंत्रण हो सकेगा। कमिश्नरी में वरिष्ठ अधिकारियों के बैठने से पुलिस समेत जनता को लाभ मिलेगा। अलग-अलग जोन बनेंगे और इनमें पुलिस अधिकारी बैठेंगे तो पुलिसिंग बेहतर हो सकेगी। - राजेश द्विवेदी, सेवानिवृत डिप्टी एसपी
जिले में कमिश्नरी लागू होने से बेहतर काम हो सकेगा। पुलिस के पास अधिकार बढ़ जाएंगे और अपराध पर नियंत्रण पाने में आसानी होगी। छोटे-छोटे काम के लिए लोगों को पुलिस और प्रशासन के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। - एसपी शर्मा, सेवानिवृत डिप्टी एसपी
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