Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Ghaziabad News: मोनाड विवि के मालिक को जेल से भगाने की योजना बनाने वाले दो आरोपित दबोचे गए

    By Vinit Edited By: Sonu Suman
    Updated: Mon, 20 Oct 2025 05:46 AM (IST)

    गाजियाबाद पुलिस ने मोनाड विश्वविद्यालय के मालिक बिजेंद्र हुड्डा को जेल से भगाने की साजिश रचने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मुकुल और वंश नामक इन आरोपियों ने सिपाहियों के साथ मिलकर योजना बनाई थी। सीसीटीवी फुटेज में उनकी मौजूदगी दर्ज हुई है। मुकुल ने बिजेंद्र से रिश्तेदारी बताई, पर साजिश का कारण नहीं बताया। बिजेंद्र ने भागने की साजिश से इनकार किया है।

    Hero Image

    मोनाड विश्वविद्यालय के मालिक बिजेंद्र हुड्डा को जेल से भगाने की साजिश रचने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया।

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। कविनगर पुलिस ने मोनाड विवि के मालिक बिजेंद्र हुड्डा को डासना जिला कारागार से चार अक्टूबर को पुलिस लाइन से गए दो सिपाहियों ने भगाने का प्रयास किया था। पुलिस ने बंदी भगाने की साजिश रचने वाले दो आरोपित वंश सैनी और मुकुल को गिरफ्तार कर लिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पुलिस का कहना है कि मुकुल और वंश ने ही सिपाहियों के साथ मिलकर पूरी साजिश रची थी। चार अक्टूबर को दाेनों डासना जेल के बाहर मौजूद थे। इस मामले में पुलिस दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दोनों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर चुकी है।

    एसीपी कविनगर सूर्यबली मौर्य के मुताबिक पकड़े गए आरोपित बड़ौत के गांव सिकोहपुर निवासी मुकुल तोमर और मुजफ्फरनगर के गांव काकड़ा निवासी वंश सैनी को अनाज मंडी के पास से गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में मुकुल तोमर ने बताया कि कंकरखेड़ा के शिवलोकपुरी निवासी बिजेंद्र सिंह उसका रिश्तेदार है।

    मुकुल ने ही बिजेंद्र को जेल से भगाने की साजिश रची थी। सिपाही सचिन से मुकुल की फोन पर 13 बार बातचीत होना आया है। चार अक्टूबर को जेल के पास की सीसीटीवी फुटेज में वंश सैनी और मुकुल दिखे हैं। मुकुल ने बिजेंद्र को जेल से भगाने का प्रयास क्यों किया इसका उसने पूछताछ में जवाब नहीं दिया है। वंश सैनी को उसने साजिश में अपने साथ शामिल किया था।

    दोनों सिपाही सचिन और राहुल को बंदी भगाने की साजिश में किस तरह प्रलोभन देकर शामिल किया इसका जवाब मुकुल ने नहीं दिया है। पुलिस का कहना है कि दोनों सिपाहियों के खाते में रुपये ट्रांसफर होने का साक्ष्य जांच में नहीं मिला है। नकद रुपये दिए जाने का साक्ष्य नहीं मिल पाया है और आरोपितों ने स्वीकार भी नहीं किया है।

    मालूम हो कि शनिवार को ही पुलिस ने बिजेंद्र सिंह को एक दिन के पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी, लेकिन उसने जेल से भागने की साजिश से इंकार किया था।