हरनंदी घाट पर गंगाजल नहीं आने से नाराज श्रद्धालुओं ने किया धरना-प्रदर्शन, अधिकारियों पर लगाया लापरवाही का आरोप
हरनंदी घाट पर गंगाजल न आने से नाराज़ श्रद्धालुओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया, जिससे तीर्थयात्रियों को काफ़ी परेशानी हुई। गंगाजल की कमी के कारण श्रद्धालुओं को स्नान और पूजा करने में दिक्कतें आईं, जिससे उनमें निराशा फैल गई।

हरनंदी नदी में गंदा पानी बहने पर प्रदर्शन करते लोग। जागरण
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। हरनंदी नदी में गंगाजल नहीं आने से नाराज श्रद्धालुओं ने रविवार को धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला प्रशासन व नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की। श्रद्धालुओं का कहना है कि हरनंदी घाट पर गंदा पानी बह रहा है, इसमें खड़े होकर डूबते व उगते सूर्य को अर्घ्य कैसे देंगे।
पूरबिया जनकल्याण समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि छठ महापर्व पूर्वांचल समाज के लोगों का सबसे बड़ा पर्व है। यहां बीते कई माह से व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की जा रही थी। इसके बाद भी अभी तक हरनंदी नदी में गंगाजल नहीं आया है। अगर गंगाजल ही नहीं आएगा तो पानी साफ नहीं होगा।
मांग के बाद भी लापरवाही का आरोप
वहीं, घाट तक भी अभी पानी नहीं पहुंचा है। इससे श्रद्धालुओं को छठ महापर्व के चलते सोमवार को अस्त होते हुए सूर्य व मंगलवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने में परेशानी होगी। विधि-विधान से पूजा नहीं कर पाएंगे। समिति के महासचिव राकेश तिवारी ने बताया कि लगातार मांग करने के बाद भी बड़ी लापरवाही की गई है।
अगर अधिकारी चाहते तो हरनंदी में गंगाजल आ जाता। इसके बाद भी अधिकारी हरनंदी नदी में दो हजार क्यूसेक पानी छोड़ने का दावा कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर पानी गंगाजल छोड़ा गया है तो वह जा कहां रहा है। गंगाजल नहीं आने व पानी साफ नहीं होने तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।

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