गाजियाबाद: अनुसूचित जाति के लोगों को आवंटित दुकानों को तोड़कर बनाया टायर शोरूम, आवंटियों ने शिकायत की
गाजियाबाद में अनुसूचित जाति के लोगों को आवंटित दुकानों को तोड़कर टायर शोरूम बनाने का मामला सामने आया है। दुकान आवंटियों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस घटना से आवंटियों में आक्रोश है।

मुरादनगर में आवंटित तीन दुकानें तोड़कर बनाया गया शोरूम। जागरण
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। समाज कल्याण विभाग द्वारा लगभग 35 साल पहले अनुसूचित जाति के तीन लोेगों को मेरठ रोड पर मुरादनगर में आवंटित की गई तीन दुकानों को तोड़कर शोरूम बना दिया गया है। जबकि नियम के तहत दुकानों के मूलस्वरूप में परिवर्तन नहीं किया जा सकता है। शोरूम का संचालन भी अब आवंटी द्वारा नहीं किया जा रहा है, इस मामले की शिकायत समाज कल्याण विभाग में की गई है।
समाज कल्याण विभाग द्वारा अनुसूचित जाति के आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के लोगों को दुकानें आवंटित की गई, जिससे कि वे दुकान का संचालन कर अपना गुजर बसर कर सकें। परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत कर सकें। लेकिन नियम के तहत जो दुकानें विभाग द्वारा आवंटित की गई हैं, उनके नक्शे में परिवर्तन नहीं किया जा सकता है।
नियम के तहत आवंटी को दुकानों को संचालन भी खुद करना होता है। विभागीय सूत्रों की मानें तो वर्तमान में तीनों दुकानों को तोड़कर टायर के शोरूम का संचालन आसिफ द्वारा किया जा रहा है। शिकायत मिलने के बाद विभाग की ओर से इस मामले में जांच शुरू कराई गई है। जल्द ही तीनों आवंटियों को नोटिस जारी कर इस मामले में जवाब तलब किए जाने की तैयारी है।
ADO पर कार्रवाई न करने का भी आरोप
आरोप यह भी है कि एडीओ अतुल चौधरी क्षेत्र लंबे समय से क्षेत्र में तैनात हैं लेकिन उन्होंने इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। एडीओ का कहना है कि पूर्व में इस मामले में जांच में उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें बताया गया है कि दुकानों का मूल आवंटी कौन है और वर्तमान में संचालन किसके द्वारा किया जा जा रहा है।
उधर, टायर शोरूम के संचालक आसिफ का कहना है कि दुकानें तोड़ी नहीं गई हैं, मूल आवंटी के साथ पार्टनरशिप में वह कार्य कर रहे हैं। दुकानों को तोड़ने का आरोप गलत है।
इस मामले की गहनता से जांच कराई जाएगी, जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।
अभिनव गोपाल, सीडीओ

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