गाजियाबाद: बीएलओ ड्यूटी से स्कूलों पर संकट, शिक्षक संघ का विरोध
गाजियाबाद में परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को बीएलओ ड्यूटी में लगाने से कई स्कूल बंद होने की कगार पर हैं। शिक्षक संघ इसका विरोध कर रहा है क्योंकि इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, खासकर नवंबर में होने वाली अर्धवार्षिक परीक्षाओं के दौरान। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्कूलों को बंद न होने देने का आश्वासन दिया है और अस्थायी शिक्षकों की व्यवस्था करने की बात कही है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जिलेभर के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की ड्यूटी बीएलओ में लगाई गई है। सभी विद्यालयों के प्रभारी को छोड़कर सभी शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन कई विद्यालय ऐसे हैं जिनमें एकल शिक्षक की तैनाती है और वहां से भी शिक्षक की ड्यूटी बीएलओ कार्य के लिए लगा दी गई है। ऐसे में विद्यालय बंद होने की कगार पर पहुंच गए हैं। इस संबंध में उत्तर प्रदेशीय शिक्षक संघ की ओर से विरोध जताया जा रहा है। मामले को लेकर शिक्षक संघ की ओर से जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।
शिक्षक संघ महानगर के महामंत्री लईक अहमद ने बताया कि नवंबर माह में अर्द्ध वार्षिक परीक्षाएं होनी हैं। ऐसे में 13 नवंबर तक शिक्षकों की ड्यूटी बीएलए के कार्यों के लिए लगा दी गई है। शिक्षक पूरी तरह से शैक्षणिक कार्यों से मुक्त कर दिए गए हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी।
कई विद्यालय ऐसे हैं जिनमें पांच सौ से अधिक तक बच्चे हैं और केवल एक शिक्षक को ही बीएलओ कार्य से मुक्त रखा गया है। एक शिक्षक के लिए इतने बच्चों का अध्यापन कार्य कराना संभव नहीं हैं।
बाकी जिन विद्यालयों में एकल शिक्षक हैं और उनकी भी ड्यूटी लगा दी गई है वह स्कूल बंद होने की कगार पर आ गए हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी यादव का कहना है कि कोई भी स्कूल बंद नहीं होने दिया जाएगा। जिन स्कूल में एकल शिक्षक की ड्यूटी लगा दी गई है उनमें अस्थाई तौर पर शिक्षक की व्यवस्था की जाएगी।

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