गाजियाबाद में सड़कों पर पसरा अंधेरा बुझा रहा घरों के 'चिराग', NH-58 और GT रोड पर बड़ी संख्या में स्ट्रीट लाइट खराब
गाजियाबाद में NH-58 और GT रोड पर स्ट्रीट लाइटें खराब होने से अंधेरा छाया हुआ है, जिससे राहगीरों को परेशानी हो रही है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय निवासियों ने शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अंधेरे के कारण अपराध बढ़ने की आशंका है।

पटेल नगर कट के पास दिल्ली मेरठ रोड पर स्ट्रीट लाइट न होने के कारण हो रहा अंधेरा। अनिल बराल
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। एक मुहावरा आपने सुना होगा 'घर का चिराग बुझ जाना' यानी किसी परिवार में पुत्र की मृत्यु हो जाना या किसी परिवार का सर्वनाश हो जाना। सड़कों पर अंधेरा भी हादसों का कारण बन रहा है। इससे परिवारों को चिराग बुझ रहे हैं। पूर्व में कई बार उस स्थान पर हादसे हुए हैं जहां अंधेरा था।
वर्तमान में भी जीटी रोड, एनएच 58, दिल्ली वजीराबाद रोड आदि सड़कों पर अंधेरा है। शहरी क्षेत्र में अंधेरे को मिटाने की जिम्मेदारी नगर निकाय की है। गाजियाबाद, मोदीनगर, मुरादनगर और लोनी निकाय क्षेत्र में अंधेरा है। गाजियाबाद नगर निगम क्षेत्र की ज्यादातर लाइटें समय पूरा कर चुकी है। ठीक करने के बाद भी वह खराब हो जाती हैं।
-1763873521701.jpg)
लालकुआं के पास जीटी रोड पर स्ट्रीट लाइट खराब होने के कारण हो रहा अंधेरा, व गलत दिशा में जाता कार चालक। अनिल बराल
लाइट केवल सड़कों पर आबादी क्षेत्र में लगाई जाती हैं। शहरी क्षेत्र से होकर गुजर रही सड़कों पर नगर निकाय द्वारा स्ट्रीट लाइटें लगाई जाती हैं। पीडब्ल्यूडी की सड़कों पर भी शहरी क्षेत्र में निकायों पर लाइट लगाने की जिम्मेदारी है। नगर निगम ने शहरी क्षेत्र की सड़कों पर 68 हजार स्ट्रीट लाइटें पहले से लगाई हुई हैं। इनमें 38 हजार लाइटें अपना समय पूरा कर चुकी हैं।
निगम ने दीवाली से पहले शहर की सभी सड़कों पर लाइटें लगाकर शहर को रोशन करने का दावा किया था। जिसमें कुल 40 हजार नई लाइट लगाई जानी थी। जबकि दीवाली पर निगम ने वार्डवार 40-40 स्ट्रीट लाइटें लगा दी गई थीं। सड़कों पर अंधेरा होने के कारण हादसे का खतरा बना हुआ है। जीटी रोड पर अर्थला के पास लाइट खराब होने के कारण अंधेरा रहता है।
-1763868696442.jpg)
अमृत नगर स्थित राधा कृष्ण कुंज के पास जीटी रोड पर स्ट्रीट लाइट खराब होने के कारण हो रहा अंधेरा। अनिल बराल
इस रोड पर पाइप मार्केट के पास, शहीद नगर के पास, राजेंद्र नगर औद्योगिक क्षेत्र के पास, आनंद औद्योगिक क्षेत्र के पास, रेलवे रोड के पास, बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र के पास स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। इसी तरह एनएच 58 पर हिंडन विहार के पास, गुलधर के पास, मोरटा के पास, हरवंश नगर के पास, घूकना के पास, सिहानी के पास, नंदग्राम कट के पास स्ट्रीट लाइटें खराब हैं।
जीटी रोड पर अंधेरे में गड्ढे और ब्रेकर नहीं दिखाई देते हैं। जिस वजह से हादसा होने की अधिक संभावना होती है। कई रिफलेक्टर नहीं होने के कारण अंधेरे में पेड़, खंभा व डिवाइडर दिखाई नहीं देता है। जिस वजह से हादसा हो जाता है। वहीं कुछ वाहनों पर रिफलेक्ट नहीं होने के कारण अंधेरे में आगे-आगे पीछे वाहन टकरा जाते हैं।
-1763873587989.jpg)
दौलतपुरा आरओबी के ऊपर जीटी रोड पर स्ट्रीट लाइट खराब होने के कारण हो रहा अंधेरा। अनिल बराल
इसलिए अंधेरे में ज्यादा होते हैं हादसे
सर्दी में कोहरा होने पर दिन में अंधेरे जैसी स्थिति बन जाती है। दिन में ही वाहन चालकों को लाइट जलानी पड़ती है। लेकिन जब रात में अंधेरा होता है तो कोहरा और अंधेरा मिलकर ज्यादा मुश्किल पैदा करता है। ऐसे में तेज गति से वाहन चलाने पर हादसे का खतरा बढ़ जाता है। नगर निगम के पास लाइटों की मरम्मत कराने के लिए महज 160 कर्मचारी और आठ लाइट इंस्पेक्टर तैनात हैं जो सड़कों की लंबाई की अपेक्षा कम है।
शिकायतों के बाद भी ठीक नहीं होती लाइटें
गाजियाबाद, मुरादनगर, मोदीनगर और लोनी में भी बड़ी संख्या स्ट्रीट लाइटें खराब हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि शिकायत करने के बाद भी लाइटें ठीक नहीं होती है। हर वर्ष वर्षा के दौरान पानी से लाइटें अधिक संख्या में खराब होती हैं। कुछ स्ट्रीट लाइटें एक वर्ष पूर्व मानसून के दौरान खराब हुई थी जो अभी तक ठीक नहीं हुईं।
क्या बोले स्थानीय लोग और जिम्मेदार?
स्ट्रीट लाइट खराब होने से हादसे का खतरा रहता है। सर्दियों में यह खतरा अधिक बढ़ जाता है। कोहरा शुरू होने से पहले निगम को लाइटें ठीक कर देनी चाहिए।
- आदित्य चड्ढा, स्थानीय निवासी
स्ट्रीट लाइटें खराब होने के कारण रात में अचानक गड्ढा आने पर वह दिखाई नहीं देता है। इससे हादसे हो जाता है। सड़कों पर प्रकाश रहना चाहिए।
- आदित्य चड्ढा, स्थानीय निवासी
नगर निगम क्षेत्र में सभी जगह लाइटें जल रही है। सड़कों पर लगी लाइटों पर नजर रखी जाती है। यदि किसी स्थान पर लाइट खराब हो गई है तो उसे ठीक कराया जाएगा।
- आश कुमार, प्रभारी, प्रकाश विभाग
पीडब्ल्यूडी की सड़कों नगर निकायों पर स्ट्रीट लाइट लगाने की जिम्मेदारी है। लाइटें केवल आबादी वाले क्षेत्र में लगती है। पीडब्ल्यूडी लाइट नहीं लगाता है।
रामराजा, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।