Ghaziabad News: पाम कुंज सोसायटी में बिल्डर की अनदेखी के खिलाफ धरना, सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर उठे सवाल
राजनगर एक्सटेंशन स्थित पाम कुंज सोसायटी के निवासियों ने बिल्डर की उदासीनता के खिलाफ धरना दिया। निवासियों ने सुरक्षा, बुनियादी सुविधाओं और व्यवसायिक प् ...और पढ़ें
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जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन स्थित पाम कुंज सोसायटी के निवासियों ने एक बार फिर बिल्डर की उदासीनता के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए शनिवार को धरना-प्रदर्शन किया। सुरक्षा व्यवस्था और बुनियादी सुविधाओं से जुड़ी मांगों को लेकर बड़ी संख्या में सोसायटी निवासी एकत्र हुए। निवासियों का आरोप है कि बार-बार शिकायत और लिखित अनुरोध के बावजूद बिल्डर उनकी समस्याओं को लगातार नजरअंदाज कर रहा है।
धरने पर बैठे निवासियों ने बताया कि सोसायटी की सबसे बड़ी समस्या व्यवसायिक और आवासीय प्रवेश मार्ग का एक ही होना है। निवासियों की मांग है कि व्यवसायिक प्रवेश और निकास को पूरी तरह से आवासीय प्रवेश मार्ग से अलग किया जाए। उनका कहना है कि सोसायटी में संचालित व्यावसायिक गतिविधियों के कारण बाहरी लोगों की आवाजाही बढ़ गई है, जिससे आवासीय क्षेत्र की सुरक्षा और शांति भंग हो रही है।
निवासियों ने बताया कि पाम कुंज सोसायटी में कुल चार गेट हैं। इनमें से तीन गेट आवासीय निवासियों के लिए बनाए गए हैं, जबकि एक गेट को व्यावसायिक और आवासीय गतिविधियों के लिए निर्धारित किया गया था। आरोप है कि वर्तमान में चारों गेटों से बाहरी व्यक्तियों का बेरोकटोक आना-जाना हो रहा है। इससे सोसायटी की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
लोगों की मांग है कि बाहरी व्यक्तियों की आवाजाही केवल एक निर्धारित गेट से ही की जाए और शेष तीनों गेट केवल सोसायटी निवासियों के लिए ही खोले जाएं। धरने में शामिल निवासियों ने क्लब हाउस और जिम को लेकर भी नाराजगी जताई। उनका कहना है कि सोसायटी में प्रति फ्लैट लगभग 8,800 रुपये मेंटेनेंस शुल्क लिया जा रहा है, इसके बावजूद क्लब हाउस और जिम का उपयोग निवासियों को नहीं करने दिया जा रहा है। आरोप है कि मेंटेनेंस टीम इन सुविधाओं के इस्तेमाल के लिए अलग से शुल्क मांग रही है।
उन्होंने बताया कि इससे पहले नौ दिसंबर को भी सोसायटी के गेट पर धरना दिया गया था। उस दौरान बिल्डर की ओर से आश्वासन दिया गया था कि तीन से चार दिनों के भीतर सभी समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि बिल्डर ने व्यावसायिक गतिविधियों में निवासियों को प्राथमिकता देने का वादा किया था, लेकिन बाद में व्यावसायिक दुकानों को बाहरी लोगों को दे दिया गया।
धरना उस समय समाप्त हुआ जब मौके पर जीडीए अधिकारी रुद्रेश शुक्ला पहुंचे। अधिकारी ने बिल्डर को सभी संबंधित दस्तावेजों के साथ सोमवार को जीडीए कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद निवासियों ने धरना फिलहाल समाप्त कर दिया, हालांकि उन्होंने चेतावनी दी कि मांगें पूरी न होने पर आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इस संबंध में सोसायटी के जनरल मेनेजर संजीव त्यागी से फोन पर संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। इस मौके पर शशांक जयसवाल, विकास सिंघल, अनुज चौहान, राम शर्मा, अमित चौधरी, पूनम, मंजू शर्मा और अरुणा आदि शामिल हुए।

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