दीवाली के बाद गाजियाबाद में प्रदूषण का कहर, AQI हुआ खतरनाक
गाजियाबाद में दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है, बुधवार को AQI 332 दर्ज किया गया। मंगलवार रात को पटाखे जलाने से प्रदूषण में वृद्धि हुई। ग्रीन पटाखों के नाम पर प्रदूषणकारी पटाखे बेचे गए। वसुंधरा का AQI सबसे अधिक 388 रहा, जबकि संजय नगर का सबसे कम 288 दर्ज किया गया। वायुमंडल में धुंध छाई रही।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। दीवाली से दूसरे बुधवार को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट पर एक्यूआइ 332 दर्ज किया गया, जबकि मंगलवार को एक्यूआइ 325 दर्ज किया गया था। कुछ लोगों ने मंगलवार रात को भी दीवाली मनाई।
माना जा रहा है कि मंगलवार रात को पटाखा जलाने की वजह से बुधवार को प्रदूषण में इजाफा हुआ है। वहीं निजी वेबसाइट बुधवार को अधिकतम एक्यूआइ 396 दर्ज किया गया।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा ग्रीन पटाखों को जलाने की अनुमति दी गई थी। जमीनी स्तर पर ग्रीन पटाखों को बेचने के लिए कोई नियम नहीं बनाया गया। चोरी-छिपे जमकर प्रदूषणकारी पटाखे बेचे गए। ग्रीन के नाम पर प्रदूषणकारी पटाखे भी बेचे गए। मंगलवार और बुधवार को जमकर आतिशबाजी हुई।
बुधवार को प्रदूषण कम होने बजाय बढ़ गया। वायुमंडल में धुंध छाई रही। एनएच नौ और दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे पर वाहन चालकों को सुबह के समय लाइट जलानी पड़ी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट पर बुधवार लोनी स्टेशन का एक्यूआइ 341 और वसुंधरा का 388, इंदिरापुरम का 313 और संजय नगर का 288 दर्ज किया गया।
वसुंधरा का एक्यूआइ सबसे अधिक रहा। वसुंधरा दिल्ली से सटा क्षेत्र है। वहीं यहां पर साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र भी है। वसुंधरा जोन में धूल भी उड़ती है। जिस वजह से वसुंधरा का एक्यूआइ अधिक दर्ज किया जा रहा है। संजय नगर का सबसे कम एक्यूआइ दर्ज किया गया। निजी वेबसाइट पर न्यूनतम एक्यूआइ 188 और अधिकतम 396 दर्ज किया गया।
बुधवार को गाजियाबाद के स्टेशनों का एक्यूआइ
स्टेशन एक्यूआइ
इंदिरापुरम 313
लोनी 341
संजय नगर 288
वसुंधरा 388
बीते दिनों जिले का एक्यूआइ
दिनांक - एक्यूआइ
22 अक्टूबर 332
21 अक्टूबर 325
20 अक्टूबर 316
19 अक्टूबर 333
18 अक्टूबर 324
17 अक्टूबर 306
16 अक्टूबर 307
15 अक्टूबर 254
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।