Ghaziabad Pollution: लोनी में 15 लाख की आबादी पर सांसों का संकट, महज एक दिन मिली 'शुद्ध' हवा
गाजियाबाद के लोनी में 15 लाख की आबादी सांसों के संकट से जूझ रही है। प्रदूषण के कारण यहां के निवासियों को स्वच्छ हवा नहीं मिल पा रही है, जिससे स्वास्थ् ...और पढ़ें

राहुल कुमार, साहिबाबाद। जिम्मेदार अधिकारी प्रदूषण रोकथाम के लाख दावे कर लें, लेकिन लोनी की करीब 15 लाख की आबादी का जहरीली हवा में दम घुट रहा है। यहां के लोगों की सांसों को इस वर्ष अभी तक महज एक दिन ही साफ हवा मिल सकी है। जबकि 26 दिन लोगों को गंभीर श्री की हवा में रहना पड़ा, लेकिन जिम्मेदार कागजी योजना बनाकर खानापूरी करते रहे। अगर ठोस योजना बनाकर कार्रवाई करते तो शायद लोग सुकुन की कुछ सांसें ले पाते।
लोनी में हजारों की संख्या में अवैध फैक्ट्रियों का संचालन किया जाता है। आवासीय इलाकों में ही तारों से कापर निकालने, ई-वेस्ट जलाकर धातु निकालने, रंगाई समेत विभिन्न प्रकार की फैक्ट्रियों का संचालन किया जा रहा है। जबकि आवासीय इलाकों में फैक्ट्रियों के संचालन पर पूरी तरह से पाबंदी है। यहां के लोग आए दिन आवाज भी उठाते हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर इक्का-दुक्का फैक्ट्रियों को सील करने की कार्रवाई कर दी जाती है। वह भी कुछ दिन में फिर से संचालित हो जाती हैं।
अधिकारियों का दावा है कि इस वर्ष ही सैकड़ों फैक्ट्रियों को सील किया गया है। लोगों का कहना है कि इन फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं बहुत ही जहरीला होता है, जिसमें से दुर्गंध भी आती है। इससे घरों में रहना भी दूभर हो जाता है। सांस, दमा आदि बीमारियों से जूझ रहे लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। यही कारण है कि लोनी के लोगों को केवल 26 अगस्त को शुद्ध हवा मिली।
14 दिन ही इंदिरापुरम के लोगों को साफ मिल सकी हवा
जिले में चार स्थानों इंदिरापुरम, लोनी, वसुंधरा और संजय नगर में प्रदूषण मापक यंत्र लगाए गए हैं। इनमें से सबसे कम दिन लोनी और सबसे अधिक दिन इंदिरापुरम के लोगों को साफ हवा मिल सकी। इंदिरापुरम के लोगों को अधिकतम 14 दिन ही साफ हवा मिली। यानी एक्यूआइ 50 से कम दर्ज किया गया। दरअसल, सीपीसीबी के अनुसार 50 से कम एक्यूआइ होने पर ही हवा को साफ श्रेणी में रखा गया है।
जहां बैठते हैं अधिकारी उस क्षेत्र के लोगों को आठ दिन मिली साफ हवा
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कार्यालय वसुंधरा सेक्टर-16 में है। यहां बैठकर ही अधिकारी हापुड़ और गाजियाबाद के क्षेत्रों की निगरानी करते हैं, लेकिन वसुंधरा के लोगों को भी वर्षभर में महज आठ दिन ही साफ हवा मिल सकी।
सांसों के लिए कितने AQI पर किस श्रेणी में रहती है हवा
- साफ 0 से 50
- संतोषजनक 51 से 100
- मध्यम 101 से 200
- खराब 201 से 300
- बेहद खराब 301 से 400
- गंभीर 401 से ऊपर
लोनी के लिए साफ हवा महज एक सपना बन गया है। यहां जगह-जगह संचालित अवैध फैक्ट्रियों से जनता का दम घुट रहा है और जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे।
-सतपाल शर्मा, निवासी, लोनी
हम लोग आक्सीजन के बजाय जहर अंदर ले रहे हैं। बाहर निकलते ही ऐसा लगता है जैसे हवा में धुआं है। इसका कारण अवैध फैक्ट्रियों का संचालन है। इन पर रोक लगे।
-सोनू बघेल, निवासी, लोनी
प्रदूषण में लगातार अवैध फैक्ट्रियों को सील किया जा रहा है। इसके लिए अब सभी इलाकों का सर्वे कराने की योजना है। जिन-जिन इलाकों में अवैध फैक्ट्री चल रही हैं वहां क्षेत्रवार कार्रवाई होगी।
-अंकित सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, यूपीपीसीबी

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