गाजियाबाद में बढ़ते प्रदूषण पर स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी, सावधानियों का पालन करने के दिए निर्देश
गाजियाबाद में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। नागरिकों को मास्क पहनने, शारीरिक गतिविधियों को कम करने और सांस लेने में तकलीफ होने पर चिकित्सा सहायता लेने की सलाह दी गई है। प्रदूषण से बचाव के उपायों में नियमित रूप से हाथ धोना और पर्याप्त पानी पीना शामिल है। विभाग ने प्रदूषण कम करने में सहयोग करने की अपील की है।
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गाजियाबाद में बढ़ते प्रदूषण पर स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी।
जागरण संवाददाता गाजियाबाद। हवा खराब होने पर स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को एडवाइजरी जारी कर दी है l सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन ने बच्चे युवा महिला और बुजुर्गों की सेहत को ध्यान में रखकर सलाह दी है कि सुबह शाम घर से बाहर निकलने से बच्चे और घर को हवादार जरूर बनाएं सांस लेने में परेशानी होने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल में पहुंच कर चिकित्सक को दिखाएं लापरवाही बरतने पर स्थिति गंभीर हो सकती हैl
इनका पालन करें
स्वास्थ्य विभान द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में लोगों को कई जरूरी सावधानियों का पालन करने के लिए कहा है। जारी की गई एडवाइजरी के प्रमुख बिंदू इश प्रकार हैं।
- अपने दिन की योजना बनाने से पहले अपने क्षेत्र का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) जरूर जांच लें।
- वायु प्रदूषण के जोखिम को कम करने के लिए प्रदूषण वाले क्षेत्रों के निकट धीमी और भारी यातायात वाली सड़कों जैसे उच्च वायु प्रदूषण वाले स्थानों से बचें।
- खराब से गंभीर (AQI 200+)वायु प्रदूषण वाले दिनों में:
- सुबह और देर शाम को बाहर घूमने से बचें।
- जॉगिंग, दौड़ने या अन्य श्रमसाध्य शारीरिक गतिविधियों से बचें।
- यदि आवश्यक हो तो दोपहर 12 से 4 बजे के बीच कमरों को हवादार बनाएं।
- घर के अंदर रहें, बाहरी गतिविधियों को AQI स्तर के अनुसार पुनर्निर्धारित करें।
- यदि सांस फूलने, खांसी, सीने में बेचैनी, चक्कर, आंखों में जलन हो तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
- गर्भवती महिलाएं, छोटे बच्चे, बुजुर्ग जैसे उच्च जोखिम वाले लोगों को बाहरी गतिविधियाँ प्रतिबंधित करें।
- लकड़ी, पत्तियां, फसल अवशेष, कचरा खुले में जलाने से पूरी तरह बचें।
- पुरानी सांस या हृदय रोग वाले मरीज, गर्भवती, बच्चे, बुजुर्ग अधिक सावधानी बरतें।
- क्रोनिक कार्डियोपल्मोनरी रोग वाले व्यक्तियों को AQI 200+ पर तेज मेहनत वाली गतिविधियाँ न करें।
- हृदय/फेफड़े के मरीज AQI 200+ पर बाहर जाते समय दवाइयाँ साथ रखें।
- सिगरेट, बीड़ी, तंबाकू का सेवन न करें – प्रदूषण के दुष्प्रभाव बढ़ाते हैं।
- AQI 200+ पर खांसी, घरघराहट, सीने में जकड़न हो तो परिश्रम कम करें, डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
- घर में खाना पकाने का क्षेत्र हवादार रखें – खिड़कियाँ/दरवाजे खोलकर क्रॉस वेंटिलेशन सुनिश्चित करें।
- उच्च यातायात क्षेत्रों में व्यायाम न करें। कोविड से पीड़ित/उबर चुके व्यक्तियों पर गंभीर असर हो सकता है।
- वायु प्रदूषण कम करने के लिए N95/N99 मास्क पहनें।
- सांस लेने में दिक्कत हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
- कोमोर्बिड व बुजुर्ग लोगों पर सबसे अधिक खतरा। AQI खराब होने पर बाहरी गतिविधियाँ बंद करें।

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