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    'रोहिंग्याओं को बसाने को चल रही है सांठगांठ', गाजियाबाद मेयर ने कहा- मुद्दा हिंदू-मुस्लिम का नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा

    Updated: Tue, 14 Oct 2025 08:09 AM (IST)

    गाजियाबाद की महापौर सुनीता दयाल ने शताब्दी संकल्प कार्यक्रम में रोहिंग्याओं को बसाने के एक नेक्सस का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि मस्जिदों से पैसे लेकर इन्हें बसाया जा रहा है, जिससे आबादी बढ़ रही है और विकास बाधित हो रहा है। नगर आयुक्त ने शहर के विकास के लिए 2047 तक की योजनाओं की प्रस्तुति दी, जिसमें पर्यावरण और बुनियादी ढांचे से जुड़े कई कार्य शामिल हैं।

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    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। कवि नगर में सोमवार को शताब्दी संकल्प @2047 के कार्यक्रम महापौर सुनीता दयाल ने कहा कि रोहिंग्या के हैड होते हैं जो इनको लाकर बसाते हैं। इनका पूरा का नेक्सिस है जो इन्हें पैसे देता है। मस्जिदों से इन्हें पैसे दिलाए जाते हैं। विषय हिंदू मुस्लिम का नही है। वह अपने देश की बात रही हैं। उन्होंने बढ़ती आबादी को भी विकास में बाधा बताया।

    सुनीता दयाल ने रोहिंग्या बसने की तरफ इशारा करते हुए कहा कि राजनगर के पास एक व्यक्ति ने ग्रीन बेल्ट पर खाट बिछा दी और उसके अंदर नारियल बेच रहा था। उन्होंने जब उससे पूछा कि यहां किसने बैठाया और कहा से आया है? उसने कहा कि डासना से आया है। उसने कहा कि वह बरेली का रहने वाला है। इस तरह रोहिंग्या बसाए जा रहे हैं।

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    वहीं, महापौर ने सड़क पर बैठकर व्यापार करने वालों के लिए कहा कि अगर उनके आसपास के जिले का आदमी व्यापार करने आए तो हम उसे अफोर्ड कर सकते है। अगर पूरे पश्चिम का रस 50 प्रतिशत यहीं आ जाएगा तो आप कैसे उनके लिए रोजगार की बात करोगे? कैसे व्यवस्थित करोगे। एक व्यक्ति ऐसा भी बैठा है जो दूसरे को लाकर बैठा रहा है। वह पैसे वसूल रहा है। विकसित भारत का मतलब रोजगार तो है पर दलाली खाना नहीं।

    आबादी का घनत्व बढ़ रहा है। पूरे पश्चिम का आदमी यहां व्यापार करने आता है। वह ठेली लगाने हैं। हम उन्हें रोजगार दें रहे हैं, अच्छी बात है। लेकिन कितना? हमारी क्षमता 100 की है तो 500 को कैसे झेल सकते हैं। 500 आ गए तो नर्क बना देंगे। 100 में 200 एडजस्ट कर सकते हैं। 250 की क्षमता की कोशिश कर सकते हैं लेकिन 500 की व्यवस्था कैसे करेंगे। विकसित गाजियाबाद के लिए हर वर्ग को एकजुट होना होगा। शताब्दी संकल्प @2047 विषय पर पार्षद, अधिवक्ता, समाजसेवी, उद्यमी सहित अन्य लोगों ने भी संबोधित किया।

    विकास कार्यों की दिखाई गई प्रजेंटेशन

    नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने गाजियाबाद नगर निगम की 2047 तक की प्लानिंग को प्रेजेंटेशन के जरिये साझा किया। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, मियावाकी पद्धति के तहत पौधाराेपण, मल्टी स्पोर्ट्स कंपलेक्स, सीनियर सिटीजन केयर सेंटर, एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर, डिजिटल लाइब्रेरी, जल संरक्षण मुहिम, बायो डायवर्सिटी पार्क, उपवन योजना, गाय के गोबर से पेंट बनाने, औद्योगिक इकाइयों को पानी जल की उपलब्धता, टीएसटीपी योजना, बायो सीएनजी, कार्बन क्रेडिट का कार्य, तालाबों का जीर्णोद्धार, स्वच्छ मोहल्ला स्क्वाड, रीसाइकिल सेंटर, इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, व्हीकल ट्रैकिंग मानिटरिंग सिस्टम आदि विकास कार्यों की प्रजेंटेशन दिखाई गई। नगर आयुक्त ने कहा कि शहर को धूल मुक्त बनाने के साथ-साथ प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए भी कार्य चल रहा है।

    इन लोगों ने किया संबोधित

    डा. आरती बंसल, उद्यमी अतुल जैन, डाक्टर ऋचा सूद, उद्यमी संजीव सचदेवा, अधवक्ता संजीव त्यागी, डा. विपिन, इंद्रजीत सिंह टीटू राष्ट्रीय प्रवक्ता लोक दल, पार्षद आदि ने संबोधित करते हए शहर को विकास के लिए अपने विचार रखे। शिक्षा के क्षेत्र में सुधार, वर्षा जल संचय संयंत्र को बढ़ावा देने आदि पर अपने सुझाव दिए।
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