गाजियाबाद के अस्पताल में सांस लेने में परेशानी पर भर्ती दो मरीजों की मौत, OPD में पहुंचे 511 बीमार बच्चे
गाजियाबाद के एक अस्पताल में सांस लेने में तकलीफ के कारण दो मरीजों की मृत्यु हो गई। इसके साथ ही, अस्पताल की ओपीडी में 511 बीमार बच्चों को इलाज के लिए ल ...और पढ़ें

संयुक्त जिला अस्पताल की ओपीडी के बाहर लगी मरीजों की भीड़। जागरण
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जिला एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में बुधवार को सांस लेने में परेशानी होने पर भर्ती कराये गये दो मरीजों की मौत हो गई। चिकित्सकों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया गया। मृतकों में डासना के रहने वाले 54 वर्षीय राजकुमार और करहैडा के रहने वाले 50 वर्षीय कालीचरण शामिल हैं।
दोनों को सीओपीडी की शिकायत थी। तीनों अस्पतालों की ओपीडी में बुखार के 342 मरीज पहुंचे। इनमें 74 बच्चे भी शामिल हैं। जिला एमएमजी अस्पताल में कुल 190 मरीजों का एक्स-रे कराया गया। चिकित्सकों की परामर्श पर इनमें से 129 मरीजों का चेस्ट एक्स-रे कराया गया। छह को रेफर किया गया और 31 मरीजों को भर्ती किया गया है।
वायु प्रदूषण बढ़ने के साथ सर्दी के चलते ओपीडी में गले में खरास,खांसी,जुकाम,बुखार, जोड़ों में दर्द,चेस्ट पेन और सांस लेने में परेशानी पर तीन सौ से अधिक मरीज पहुंचे। संयुक्त अस्पताल के चेस्ट फिजिशियन की ओपीडी में सबसे अधिक मरीज पहुंचे। इनमें सांस रोगियों के साथ निमोनिया के मरीज शामिल रहे। आंखों में जलन के मरीज भी बढ़ रहे हैं।
जिला एमएमजी अस्पताल, संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल और डूंडाहेड़ा अस्पताल की ओपीडी में कुल 3,345 मरीज पहुंचे। इनमें 1617 महिला, 1139 पुरुष और 511 बीमार बच्चे शामिल रहे। फिजिशियन डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि खांसी के साथ सांस लेने में परेशानी के सबसे अधिक मरीज पहुंच रहे हैं।
उनकी सलाह है कि सांस लेने में दिक्कत, घबराहट और चलने पर सांस फूलने लगे तो तुरंत चिकित्सक को दिखायें। गरम पानी से सुबह-शाम गरारे करने के साथ भाप लेना जरूरी है। ठंड़े पेय पदार्थ से बचें। गरम पानी के साथ चाय-काफी और सूप पी सकते हैं। मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें। सुबह-शाम टहलना बंद कर दें। योग भी घर में ही करें।
गर्भवती के हीमोग्लोबिन की जांच हाथों-हाथ होगी
स्वास्थ्य विभाग ने नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर गर्भवती महिलाओं के हीमोग्लोबिन जांच के लिए विशेष होमोसेंस एचबी डिवाइस उपलब्ध कराई है। इसमें बिना सुई चुभाये जांच की जाती है। एनीमिक महिलाओं का आसानी से पता लगाया जा सकेगा। बुधवार को पहले दिन 175 महिलाओं की जांच की गई। जांच रिपोर्ट तुरंत मिल जाती है। इस डिवाइस से ग्रामीण क्षेत्रों में जांच की तैयारी की जा रही है।
जलकल विभाग करायेगा 75 करोड़ के काम
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बुधवार को जलकल विभाग के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान चल रहे कार्यों की बिंदुवार चर्चा की गई ,जिसमें पानी के कनेक्शन से लेकर सीवर कनेक्शन पर अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई।
इंदिरापुरम सहित गाजियाबाद नगर निगम क्षेत्र में सीवर लाइन तथा पानी की लाइन के गैप के बारे में भी जानकारी ली गई। चल रहे कार्यों में धीमी गति को देखते हुए रफ्तार बढ़ाने के लिए कड़े निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। ऐसी फर्म जिनके द्वारा वर्क आर्डर लेने के बाद भी धरातल पर कार्य प्रारंभ नहीं किए गए हैं उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए ब्लैक लिस्ट करने के लिए कहा गया है।
75 करोड़ के कार्य मलिन बस्तियों के साथ-साथ क्षेत्र में कराए जाएंगे, जिसमें शहर वासियों को पानी की आपूर्ति तथा सीवर समस्या का समाधान किया जाएगा। इंदिरापुरम क्षेत्र में जल निगम की टीम के साथ जलकल विभाग टीम एक सप्ताह में सर्वे करते हुए सीवर लाइन गैप की रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसके आधार पर इंदिरापुरम सीवर समस्या की स्थाई समाधान के लिए कार्य किया जाएगा।

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