गाजियाबाद: मीटर रिचार्ज की फर्जी रसीद बनाई, प्रबंधन ने पकड़ा 50 लाख का घपला
गाजियाबाद के नंदग्राम में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी ने अपने कर्मचारी पर 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। कर्मचारी, जो बिजली के कार्यों की देखरेख करता था, पर फर्जी रसीदें जमा करने का आरोप है। कंपनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि जांच के आधार पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।

कर्मचारी पर 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। नंदग्राम थाना क्षेत्र में निर्माणाधीन एक प्रोजेक्ट व सोसायटी के विद्युत कार्य की देखरेख कर रहे कर्मचारी पर प्रबंधन ने 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। प्रबंधन की तहरीर पर नंदग्राम थाने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
मेसर्स एसेंट कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड नूर नगर राजनगर एक्सटेंशन में लक्ष्मी विलास नामक प्रोजेक्ट का निर्माण करा रही है। कंपनी एक अन्य प्रोजेक्ट सेवी विला डे के निर्माण व विकास कार्य में भी लगी है। कंपनी के अधिकृत प्रतिनिधि सूरज भारद्वाज ने पुलिस में तहरीर देकर बताया कि राकेश कुमार पिछले 12-13 साल से कंपनी में कार्यरत हैं। वह दोनों प्रोजेक्टों के निर्माण व विकास कार्य की देखरेख करते आ रहे हैं, जिसमें बिजली विभाग से संबंधित कार्य भी शामिल है।
राकेश अपना मीटर रिचार्ज कराने के बाद बिजली विभाग द्वारा जारी रसीदें कंपनी को जमा करा रहे थे। मई में उन्हें भुगतान के लिए कंपनी को जमा कराई गई रसीदों पर शक हुआ तो उन्होंने उपमंडल अधिकारी कार्यालय में संपर्क किया। पता चला कि राकेश ने कंपनी को भुगतान के लिए जो रसीदें जमा की थीं, वे फर्जी थीं।
जाँच में पता चला कि राकेश ने लगभग 50 लाख रुपये की ठगी की है। नंदग्राम एसीपी उपासना पांडे ने बताया कि मामले की जाँच कर कार्रवाई की जा रही है। जाँच के आधार पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।

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