गाजियाबाद में 10 हजार की रिश्वत लेते दो बिजली कर्मी गिरफ्तार, कनेक्शन के नाम पर मांगे थे रुपये
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में बिजली कनेक्शन देने के नाम पर 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए दो बिजली कर्मियों को गिरफ्तार किया गया। ये गिरफ्तारी तब हु ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। अर्थला पीर के सामने से शिकायत पर मेरठ से आई एंटी करप्शन की टीम ने 10 हजार की रिश्वत लेते हुए प्रताप विहार बिजलीघर पर तैनात दो कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ा। घर में लगे टावर के लिए बिजली कनेक्शन के नाम पर रिश्वत की मांग की गई थी। कनेक्शन लगने के बाद रिश्वत न मिलने पर आरोपित कनेक्शन निरस्त करने की धमकी दे रहे थे। टीम ने दोनों कर्मचारियों को गिरफ्तार करके साहिबाबाद थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है।
एंटी करप्शन ट्रेप टीम के प्रभारी निरीक्षक मयंक अरोड़ा की ओर से दर्ज मुकदमे में बताया गया है कि विजयनगर के मिर्जापुर में रहने वाले शहनवाज के घर की छत पर एक निजी कंपनी का टावर लग रहा था। इसके लिए कंपनी ने आनलाइन आवेदन किया था। शहनवाज ने कंपनी के अधिकारियों के साथ जेई रोहताश सिंह से कनेक्शन लगवाने के लिए मुलाकात की।
जेई ने शहनवाज को टीजीटू जयवीर सिंह से मिलने के लिए कहा। आरोप है कि जयवीर सिंह ने कनेक्शन के लिए 15 हजार रुपये मांगे। कुछ रुपये कम करने पर जयवीर ने कहा कि साहब से बात कर बताता हूं। इसके बाद उसने 10 हजार रुपये मांगे। 13 दिसंबर को जयवीर ने शहनवाज को काल की और बताया कि कंपनी वाले आए हुए हैं।
शहनवाज ने कहा कि वह शहर से बाहर है। काम मत रोको। इसके बाद जयवीर ने 15 दिसंबर को कनेक्शन लगवा दिया। रुपये न मिलने पर जयवीर लगातार शहनवाज को काल करता रहा। बाद में उसने कनेक्शन निरस्त करने की धमकी दी तो शहनवाज ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन विभाग से की। मामले की जांच के बाद शिकायत सही पाए जाने पर एंटी करप्शन टीम ने शहनवाज को केमिकल लगे नोट जयवीर को देने के लिए कहा।
शुक्रवार को शहनवाज ने जयवीर को फोन करके रुपये लेने के लिए कहा तो उसने अर्थला पीर के पास बुलाया। जयवीर अर्थला पीर के पास शहनवाज को मिला और बातचीत के बाद जयवीर ने साथ में खड़े अपने साथी विद्युत निगम के एसएसओ रविंद्र सिंह को देने के लिए कहा। रुपये देने के बाद एंटी करप्शन की टीम ने दोनों को दबोच लिया।
एसीपी साहिबाबाद श्वेता यादव ने बताया कि एंटी करप्शन की ओर से दी गई तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। बिजली निगम के मुख्य अभियंता पवन अग्रवाल ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में आया है। इसमें आरोपों की जांच कराई जाएगी और विभागीय स्तर पर भी कार्रवाई होगी।

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