कारीगर और डिलीवरी ब्वॉय निकले साइबर ठग गिरोह के सदस्य, गाजियाबाद पुलिस ने दोनों को दबोचा
गाजियाबाद पुलिस ने ऑनलाइन टास्क के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को झांसी से गिरफ्तार किया है। शिवम अहिरवार और यश यादव नामक ये आरोपी, साइबर ...और पढ़ें

थाना साइबर क्राइम पुलिस द्वारा गिरफ्तार ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने के दो आरोपित। सौ. पुलिस
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने ऑनलाइन टास्क के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के दो युवकों को झांसी से गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपितों ने अपने खाते 15 प्रतिशत कमीशन पर साइबर ठगों को मुहैया कराए थे। इनके खाते में छह घटनाओं के 26 लाख रुपये ट्रांसफर होने की जानकारी हुई है।
पुलिस दोनों युवकों के खाते प्रयोग करने वाले बदमाश की तलाश में जुटी हुई है। आरोपितों ने मार्च में मुरादनगर निवासी सोमेंद्र प्रताप से ऑनलाइन टास्क के नाम पर 6.50 लाख रुपये की ठगी की थी। एसीपी क्राइम भास्कर वर्मा के मुताबिक गिरफ्तार आरोपित झांसी के बिहारीपुरा निवासी शिवम अहिरवार और झांसी के प्रेमनगर निवासी यश यादव हैं।
शिवम सातवीं पास है और यश यादव बीएससी द्वितीय वर्ष में है। दोनों बचपन में साथ पढ़े हैं। पूछताछ में शिवम अहिरवार ने बताया कि वह फाइबर के दरवाजे बनाने का काम करता है। कुछ माह पूर्व उसकी मुलाकात अपने पुराने मित्र यश यादव से हुई। यश यादव साइबर फ्राड करने वालों से जुड़ा है।
यश ने उससे कमाई के लिए बैंक खाते मांगे जो उसने मुहैया करा दिए। साइबर ठगी की धनराशि यश यादव एटीएम से निकालकर उसे 15 प्रतिशत कमीशन देता था। यश यादव जोमेटो में डिलीवरी ब्वॉय का काम करता था। उसने झांसी के डेरा निवासी बब्बू डेरा को अपने एवं अपने परिचितों के बैंक खाते 10 से 15 हजार रुपये प्रति खाता मुहैया कराया था।
इस गिरोह ने गुजरात के अहमदाबाद में दो, महाराष्ट्र के पूणे में एक, नासिक देहात में एक, मध्य प्रदेश राज्य के जबलपुर में एक, तमिलनाडु के अविध में एक सहित छह साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया था। आरोपितों से तीन मोबाइल, दो सिम कार्ड, छह एटीएम, आधार कार्ड और पैन कार्ड की फोटोकापी बरामद की गई है।

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