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    Year Ender 2025: मरीज बढ़े, सुविधाएं पीछे... गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल ओवरलोड, क्रिटिकल ब्लॉक-MRI का इंतजार जारी

    Updated: Sun, 21 Dec 2025 09:16 AM (IST)

    गाजियाबाद में 35 करोड़ की लागत से बन रहा 100 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक इस साल भी शुरू नहीं हो पाया है। साहिबाबाद को 11 साल बाद भी जिला अस्पताल का इंत ...और पढ़ें

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    गाजियाबाद में 35 करोड़ की लागत से बन रहा 100 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक इस साल भी शुरू नहीं हो पाया है। जागरण

    मदन पांचाल, गाजियाबाद। इस साल भी 100 बेड वाला क्रिटिकल केयर ब्लॉक चालू नहीं हो पाया है। 35 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस ब्लॉक का निर्माण जिला एमएमजी अस्पताल परिसर में यूपी जल निगम की C&DS यूनिट-31 द्वारा किया जा रहा है। इसे सितंबर में चालू होना था, लेकिन काम पूरा न होने के कारण अब इसके अगले साल ही खुलने की उम्मीद है। इसके अलावा, 11 साल बाद भी साहिबाबाद में जिला स्तर का सरकारी अस्पताल नहीं है। यह स्थिति तब है जब जिले से दो मंत्री राज्य सरकार में हैं, और सांसद और विधायक भी बीजेपी के हैं।

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    सरकारी अस्पताल मरीजों से भरे हुए हैं, लेकिन अत्याधुनिक सुविधाओं की भारी कमी है। जिला एमएमजी अस्पताल में ICU तो चालू है, लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है। हर महीने, जिले भर से 1,500 से ज़्यादा गंभीर मरीजों को CHC और जिला अस्पतालों से बड़े सेंटरों में रेफर किया जाता है। MRI सेंटर भी इस साल चालू नहीं हो पाया है। 50 लाख की आबादी वाले जिले के सरकारी अस्पतालों में एक भी कार्डियोलॉजिस्ट या न्यूरोलॉजिस्ट नहीं है। कैंसर के इलाज की कोई सुविधा नहीं है। एक AIIMS सैटेलाइट सेंटर की घोषणा की गई है, लेकिन यह अभी तक चालू नहीं हुआ है।

    स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल से अक्टूबर 2025 तक जिले के सभी सरकारी अस्पतालों और सेंटरों में कुल 2,641,280 मरीज आए। पिछले साल यह संख्या 2,446,028 थी। इस साल पिछले साल की तुलना में 195,252 मरीजों की बढ़ोतरी हुई है। भर्ती मरीजों की संख्या पिछले साल 81,880 थी और इस साल 97,277 रही, यानी 15,395 मरीजों की बढ़ोतरी हुई।

    सरकारी अस्पतालों में सिजेरियन डिलीवरी की सुविधा तो है, लेकिन ICU की कमी है। इस साल 34 नए शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर चालू किए गए हैं। संयुक्त अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में एक डिजिटल एक्स-रे सेंटर खोला गया है। वहां एक PICU-NICU वार्ड भी शुरू किया गया है। जिला एमएमजी अस्पताल में सेल्फ-हेल्प बेसिस पर अत्याधुनिक सुविधाओं वाले छह प्राइवेट वार्ड शुरू किए गए हैं। तीन अस्पतालों में मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर पर काम चल रहा है।

    अप्रैल से अक्टूबर तक दो साल के OPD का पूरा विवरण
    अस्पताल अप्रैल-अक्टूबर
    2024 2025
    जिला संयुक्त अस्पताल 149069 161255
    जिला महिला अस्पताल 88570 87810
    जिला MMG अस्पताल 349223 363263
    CHC मुरादनगर 108588 109901
    50 बेड लोनी अस्पताल 89393 101325
    CHC लोनी (PHC सहित) 212233 173253
    CHC मोदीनगर 53336 65780
    CHC भोजपुर (PHC सहित) 54967 58562
    CHC बम्हेटा 21533 26379
    CHC डासना (PHC सहित) 71052 70137
    53 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 698758 671735
    84 शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर 465106 615947
    दुंदाहेड़ा संयुक्त अस्पताल 3534 35995

    OPD, इमरजेंसी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, CT स्कैन, ब्लड बैंक, बर्न वार्ड, डेंगू वार्ड, फिजियोथेरेपी, ऑपरेशन थिएटर, प्लास्टर रूम, डेंटल सेंटर, ऑक्सीजन प्लांट, आठ-बेड ICU, आयुष्मान वार्ड

    MRI सेंटर, सभी डायग्नोस्टिक टेस्ट की 24 घंटे उपलब्धता, न्यूरोसर्जन, कार्डियोलॉजिस्ट, प्लास्टिक सर्जन, ऑपरेशनल ICU, गंभीर मरीजों के लिए 24 घंटे सर्जरी, सर्जन सहित सभी डॉक्टर ऑन कॉल सेवा पर उपलब्ध हों। दांतों के लिए RCT सुविधा शुरू की जानी चाहिए। एक स्त्री रोग विशेषज्ञ की भी नियुक्ति की जानी चाहिए।

    जिला स्वास्थ्य सेवाओं का विवरण

    पांच जिला अस्पताल, छह CHC, 54 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 84 शहरी आयुष्मान आरोग्य केंद्र, 107 आयुष्मान आरोग्य केंद्र (उप-स्वास्थ्य केंद्र), 240 डॉक्टर, 2175 पैरामेडिकल स्टाफ, 33 एम्बुलेंस

    इनके जरिए किए गए सुधार

    • राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा संस्थान
    • आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक फार्माकोपिया आयोग
    • भारतीय फार्माकोपिया आयोग
    • 23 आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी
    • 26 होम्योपैथिक अस्पताल

    दो ICU अस्पताल। 100 डॉक्टर। एक हज़ार पैरामेडिकल स्टाफ। MRI सेंटर। डायलिसिस सेंटर में 20 मशीनें। 50 टीबी डॉट्स सेंटर।

    मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के प्रयास जारी हैं। दुंदाहेड़ा अस्पताल के खुलने से ज़िला अस्पतालों पर बोझ कम हुआ है। लोनी जॉइंट अस्पताल और CHC लोनी के बेहतर काम करने से मरीज़ों को उनके घरों के पास स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं। 100 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक बन रहा है।

    इसके अगले साल मार्च तक चालू होने की उम्मीद है। पैथोलॉजी लैब, सीटी स्कैन और एक्स-रे की सुविधा उपलब्ध है। MRI सेंटर बनाने का प्रस्ताव सरकारी स्तर पर लंबित है। इसकी मंज़ूरी के लिए जल्द ही एक रिमाइंडर भेजा जाएगा। AIIMS सैटेलाइट सेंटर के खुलने से गाजियाबाद में स्वास्थ्य सेवाओं में काफ़ी सुधार होगा।

    इसके अगले साल चालू होने की उम्मीद है। जिला MMG (मुकुंद लाल नगर सरकारी अस्पताल) अस्पताल का उद्घाटन 5 जनवरी, 1956 को तत्कालीन आपूर्ति और स्वास्थ्य मंत्री चंद्रभान गुप्ता ने किया था। शुरू में, इसे मुकुंद लाल परिवार द्वारा दान की गई 13 एकड़ जमीन पर 20 बेड के अस्पताल के रूप में बनाया गया था। इमारत को इस्तेमाल के लायक नहीं घोषित कर दिया गया है।