Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bulldozer Action: अवैध कॉलोनियों पर जमकर गरजा बुलडोजर, पर नहीं अफसरों का खौफ; फिर शुरू हुआ 'खेल'

    Updated: Mon, 13 Oct 2025 03:26 PM (IST)

    गाजियाबाद के मोदीनगर में जीडीए की ध्वस्तीकरण कार्रवाई के बाद भी कॉलोनाइजर अवैध कॉलोनियां विकसित कर रहे हैं। ध्वस्तीकरण के तुरंत बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाता है, और प्लाटों की बुकिंग भी जारी है। निवाड़ी रोड और रोरी फाटक पर ध्वस्तीकरण के बाद भी निर्माण कार्य जारी है। जीडीए का कहना है कि दोबारा ध्वस्तीकरण किया जाएगा और कॉलोनाइजरों पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, मोदीनगर (गाजियाबाद)। गाजियाबाद के मोदीनगर में अवैध कॉलोनी पर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की ध्वस्तीकरण कार्रवाई के बाद भी कॉलोनाइजर शांत नहीं बैठ रहे हैं। ध्वस्तीकरण के अगले दिन ही यहां निर्माण कार्य शुरू कराकर प्लाट की बुकिंग करा रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ध्वस्तीकरण के बाद कॉलोनी में निर्माण कार्य के वीडियो व फोटो तक सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं। जीडीए अधिकारियों की मेहनत पर कॉलोनाइजर पानी फेर रहे हैं।

    इन दिनों मोदीनगर-मुरादनगर क्षेत्र में बड़ी संख्या में अवैध तरीके से कॉलोनी विकसित की जा रही है। हापुड़ रोड, कादराबाद, निवाड़ी रोड, रोरी, बखरवा, बिसोखर, सारा रोड, अबुपुर, भोजपुर समेत तमाम जगहों पर अवैध तरीके से कालोनी शुरू हो रही हैं।

    जीडीए अधिकारी आए दिन इन अवैध कॉलोनी पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कर रहे हैं। लेकिन बेखौफ कॉलोनाइजर फिर से यहां निर्माण शुरू करा रहे। तीन दिन पहले ही निवाड़ी रोड पर दिव्य ज्याेति कॉलेज के पास जीडीए ने ध्वस्तीकरण किया। अगले ही दिन कालोनी में निर्माण कार्य शुरू हो गया।

    इसी तरह रोरी फाटक के पास भी ध्वस्तीकरण के बाद निर्माण कार्य शुरू हो गया। हापुड़ रोड पर भी दो कॉलोनियों में निर्माण कार्य चल रहा है। सारा रोड में तो एक कॉलोनी में दो बार ध्वस्तीकरण हुआ, लेकिन फिर भी निर्माण कार्य चल रहा है। ये कॉलोनाइजर बिना जीडीए की अनुमति के कॉलोनी शुरू करते हैं। इसके बाद आम आदमी को झांसे में रखकर प्लाट बुक कराते हैं।

    यदि ध्वस्तीकरण के बाद भी निर्माण किया जा रहा है तो कॉलोनी में फिर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होगी। कॉलोनाइजरों पर मुकदमा दर्ज कराने की भी कार्रवाई होगी। - राजीव रत्न सिंह, प्रभारी, प्रवर्तन-2, जीडीए