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    धूल-धुआं, जाम सब बरकरार... कागजों में सिमटा GRAP पाबंदियां, गाजियाबाद में प्रदूषण का कहर बरकरार

    Updated: Sun, 23 Nov 2025 05:55 PM (IST)

    गाजियाबाद में GRAP के बावजूद प्रदूषण गंभीर बना हुआ है, AQI 437 दर्ज किया गया। जहरीली हवा से लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड प्रदूषण रोकने में नाकाम रहा है, और प्रदूषण फैलाने वालों पर कार्रवाई नहीं हो रही है। लोनी की हवा सबसे खराब है, जहाँ AQI 469 है। धूल, धुआं और ट्रैफिक जाम को प्रदूषण का मुख्य कारण माना गया है।

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    गाजियाबाद में GRAP के बावजूद प्रदूषण गंभीर बना हुआ है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। GRAP (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) पाबंदियों के बावजूद जिले में पिछले आठ दिनों से प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अनुसार, रविवार को जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 437 दर्ज किया गया। बेहद जहरीली हवा के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और गले में खराश समेत कई तरह की दिक्कतें हो रही हैं। इसके बावजूद अधिकारी बेफिक्र हैं।

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    उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और दूसरे विभागों के अधिकारी प्रदूषण रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं। प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ कोई खास कार्रवाई नहीं की जा रही है। कंस्ट्रक्शन का सामान अभी भी खुले में पड़ा है। सड़कों पर धूल उड़ रही है। पुरानी गाड़ियां सड़कों पर दौड़ रही हैं। अवैध फैक्ट्रियां प्रदूषण बढ़ा रही हैं। संबंधित विभागों को यह दिखाई नहीं दे रहा है और सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से बच रहे हैं।

    लोनी की हवा सबसे खराब, वसुंधरा का मीटर खराब

    लोनी की हवा सबसे खराब बनी हुई है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 469 के साथ गंभीर कैटेगरी में रिकॉर्ड किया गया। इंदिरापुरम का AQI 450 और संजय नगर का 393 रहा। इस बीच, वसुंधरा में लगा पॉल्यूशन मीटर रविवार को पूरे दिन काम नहीं कर रहा था, जिससे CPCB ऐप पर AQI रिकॉर्ड नहीं हो पा रहा था।

    ये समस्याएं खत्म हो तो मिलेगी राहत

    लोगों का कहना है कि शहर में धूल, धुआं और ट्रैफिक जाम की समस्या खत्म होने से पॉल्यूशन से काफी राहत मिलेगी। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने जिले में हॉटस्पॉट की पहचान करते हुए इन तीन वजहों को पॉल्यूशन का सबसे बड़ा कारण बताया था। इसके बावजूद, पॉल्यूशन पैदा करने वाली इन समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। 

    CPCB और IQAir के अनुसार AQI

    इलाका CPCB IQAir
    गाजियाबाद (औसत) 437 282
    इंदिरापुरम 450 281
    लोनी 469 318
    संजय नगर 393 243
    वसुंधरा बैंड 353 -

    पिछले कुछ दिनों में जिले का AQI

    तारीख AQI
    23 नवंबर 437
    22 नवंबर 434
    21 नवंबर 422
    20 नवंबर 430
    19 नवंबर 422

    पांच एसोसिएट प्रोफेसर को बहुत ज़्यादा प्रदूषित इलाकों के सर्वे की ज़िम्मेदारी दी गई है। वे अभी इलाकों का सर्वे कर रहे हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद, प्रदूषण फैलाने वाले फैक्टर को खत्म करने को प्राथमिकता दी जाएगी।
    -अंकित सिंह, रीजनल ऑफिसर, UPPCB।