हवा के साथ बिगड़ा घर का बजट, गाजियाबाद में एयर प्यूरीफायर और इंडोर प्लांट बने सांसों का सहारा
गाजियाबाद में वायु प्रदूषण बढ़ने से लोगों का घरेलू बजट प्रभावित हुआ है। खराब हवा की गुणवत्ता के कारण एयर प्यूरीफायर और इंडोर प्लांट्स की मांग बढ़ गई है। लोग सांस लेने में तकलीफ से बचने के लिए इन उपायों का सहारा ले रहे हैं, जिससे उनका खर्च बढ़ गया है। एयर प्यूरीफायर और इंडोर प्लांट्स अब गाजियाबाद में सांसों का सहारा बन गए हैं।

बढ़ते प्रदूषण के कारण एयर प्यूरीफायर और इंडोर प्लांट का सहारा ले रहे लोग।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। सिस्टम की लापरवाही ने जिले की हवा के साथ लोगों के घरों का बजट भी बिगाड़ दिया है। बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण लोगों को एयर प्यूरीफायर खरीदने पड़ रहे हैं। इन्हें खरीदने पर 10 से 50 हजार रुपये तक अतिरिक्त खर्च झेलना पड़ रहा है।
बिगड़ती सेहत की वजह से बाजार में एयर प्यूरीफायर की मांग बढ़ गई है। इंदिरापुरम, वैशाली, कौशांबी समेत ज्यादातर बाजारों में खूब बिक्री हो रही है। लोग एडवांस में बुकिंग भी करा रहे हैं।
हर वर्ष गाजियाबाद के साथ नोएडा, दिल्ली, हापुड़ समेत पूरे एनसीआर की हवा में प्रदूषण बढ़ जाता है। इस बार भी हवा बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है। प्रदूषण की वजह से न केवल सांस के मरीजों को दिक्कत झेलनी पड़ रही है, बल्कि स्वस्थ लोगों को भी गले व फेफड़ों का इंफेक्शन हो रहा है। छोटे-छोटे बच्चों को इस प्रदूषण की वजह से ज्यादा दिक्कत हो रही है।
गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़ व बुलंदशहर के एयर प्यूरीफायर डिस्ट्रीब्यूटर अजय गर्ग ने बताया कि बीते वर्ष भी खूब डिमांड थी। इस बार भी बिक्री रफ्तार पकड़ रही है। बीते रविवार को एक ही दिन में उन्होंने पांच से अधिक कंपनियों के तीन हजार एयर प्यूरीफायर ट्रांस हिंडन के दुकानदारों को बेचे हैं।
उन्होंने बताया कि एयर प्यूरीफायर चीन से आयात किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि चीन से अन्य कंपनियां आयात करके भारत में लाती हैं। इस प्रक्रिया में एक महीना लग जाता है। ऐसे में नई खेप आने में समय लगता। मांग बढ़ने के चलते वसुंधरा व इंदिरापुरम की कई इलेक्ट्रोनिक्स की दुकानों पर प्यूरिफायर खत्म हो गए हैं।
डिमांड इतनी बढ़ गई है कि खरीदारों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। वसुंधरा सेक्टर-13 के दुकानदार सोमेंद्र ने बताया कि दो दिन पहले 200 पीस मंगाए थे, जो बिक गए हैं। इंदिरापुरम के काला पत्थर मार्ग के दुकानदार विनित अग्रवाल ने बताया कि 50 से अधिक लोगों ने अलग-अलग कंपनी के एयरप्यूरिफायर की डिमांड की है। माल आने पर सप्लाई किया जाएगा।
नेब्यूलाइजर की मांग भी बढ़ी
प्रदूषण बढ़ने से बढ़ रही सांस की बीमारी की वजह से बाजार में नेब्यूलाइजर व वेपोराइजर (भाप लेने की मशीन) की मांग भी बढ़ गई है। इंदिरापुरम में थोक दवा विक्रेता हरीश अग्रवाल ने बताया कि इन मशीनों की बिक्री सामान्य दिनों की तुलना में तीन गुना तक बढ़ गई है। भाप लेने की डाक्टरों की सलाह पर लोग इन मशीनों को खरीदकर घर ले जा रहे हैं। नियमित तौर पर भाप लेकर इलाज करा रहे हैं।
इंडोर प्लांट भी खरीद रहे लोग
वायु प्रदूषण बढ़ने की वजह से लोग हवा को शुद्ध करने के लिए इंडोर प्लांट भी खरीद रहे हैं। नर्सरी संचालक महेंद्र पाल ने बताया कि इन दिनों स्नैक प्लांट, मनी प्लांट, रबड़ प्लांट, एरेका पाम, तुलसी, एलोवेरा, फाइकस बेंजामिना व पीपल के बोनसाई प्लांट खरीद रहे हैं। इन पौधों को कमरों में रखा जा सकता है। यह प्लांट कमरे की हवा को शुद्ध करते हैं। उन्होंने बताया कि बीते 15 से 20 दिनों में इन प्लांट की बिक्री बढ़ी है।
आंकड़ों में खरीददारी
| कीमत रेंज (रुपये में) | खरीदने वालों का प्रतिशत |
|---|---|
| 10,000 से 20,000 | 60% |
| 20,000 से 30,000 | 30% |
| 30,000 से 50,000 | 10% |
| (विभिन्न दुकानदारों से पूछे गए आंकड़ों के अनुसार) | |
प्रदूषण का स्तर बढ़ने से घर के बच्चों व बुजुर्गों की परेशानी बढ़ गई थी। 25 हजार रुपये का एयर प्यूरिफायर व पांच हजार के इंडोर प्लांट खरीदे हैं। अब बच्चों को घर से बाहर भी नहीं भेज रही हूं।
लक्ष्मी, निवासी, पार्श्वनाथ मैजेस्टिक सोसायटी इंदिरापुरम
वायु प्रदूषण ने हालत खराब कर दी है। बीते सप्ताह ही एयर प्यूरिफायर खरीदा था, लेकिन 24 घंटे घर के अंदर रहना संभव नहीं है। अधिकारी ठोस योजना बनाकर कार्य करें।
राहुल कुमार, निवासी, गाजियाबाद

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