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    गाजियाबाद में कोहरे का कहर, दिल्ली-मेरठ और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर टकराईं 10 गाड़ियां; एक घायल

    By Vinit Edited By: Sonu Suman
    Updated: Sun, 14 Dec 2025 07:30 PM (IST)

    गाजियाबाद में घने कोहरे के कारण दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर 10 गाड़ियां आपस में टकरा गईं। वेव सिटी में आठ वाहन भिड़े, ज ...और पढ़ें

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    दिल्ली–मेरठ एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर वाहन चालकों की मुश्किलें बढ़ा दीं।

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। सीजन के पहले घने कोहरे ने रविवार को दिल्ली–मेरठ एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर वाहन चालकों की मुश्किलें बढ़ा दीं। वेव सिटी थानाक्षेत्र में महज आधा घंटे में आठ वाहन आपस में भिड़ गए। इन हादसों में कोई हताहत नहीं हुआ। ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर दो वाहनों की टक्कर में एक चालक घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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    रविवार सुबह वेव सिटी थानाक्षेत्र में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रसेवे पर सुबह करीब सात बजे कई वाहनों में टक्कर हो गई। कोहरे के कारण पहले एक कार डिवाइडर से टकरा गई। उसके बाद कार में पीछे से दूसरी कार ने टक्कर मार दी। इसी तरह आठ वाहन आपस में टकरा गए। सूचना मिलते ही एनएचएआइ और ट्रैफिक पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गईं।

    क्षतिग्रस्त वाहनों को क्रेन और पुलिस जवानों की मदद से सड़क के एक तरफ कराया गया, जिससे यातायात को सामान्य किया गया। ऐसे ही ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर मसूरी थानाक्षेत्र में रविवार सुबह घने कोहरे के कारण एक गाड़ी खड़े ट्रक में घुस गई। जिसमें ड्राइवर को गंभीर चोटे आई हैं। हरियाणा के पानीपत निवासी रत्नेश अपनी इको कार से सवारियों को लेकर ग्रेटर नोएडा की तरफ जा रहा था।

    सुबह करीब साढ़े सात बजे मसूरी थानाक्षेत्र में घने कोहरे के कारण उसको सामने खड़ा ट्रक नहीं दिखाई दिया और इसकी गाड़ी खड़े ट्रक में घुस गई। टक्कर लगने के बाद चालक ट्रक लेकर फरार हो गया। सूचना पर पहुंची मसूरी पुलिस ने रत्नेश को सीएचसी डासना लेकर गई जहां से उसे संजय नगर स्थित संयुक्त जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

    पुलिस के अनुसार हादसे मुख्य रूप से ओवरटेकिंग के दौरान हुए। घने कोहरे के कारण दृश्यता शून्य के करीब थी, इसके बावजूद कई वाहन तेज गति से चल रहे थे।

    ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि कोहरे की स्थिति में एक्सप्रेसवे पर अधिकतम 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ही वाहन चलाना चाहिए। डीसीपी ट्रैफिक त्रिगुण बिसेन ने कहा कि सर्दियों के शुरुआती दिनों में कोहरा अचानक घना हो जाता है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। उन्होंने वाहन चालकों से अपील की कि वे कोहरे में संयम बरतें, अनावश्यक ओवरटेकिंग से बचें और यातायात नियमों का सख्ती से पालन करें।

    कोहरे में सुरक्षित सफर के लिए रखें ये ध्यान

    -कोहरे में गति सीमित रखें, एक्सप्रेसवे पर 30 किमी प्रति घंटे से अधिक न चलें।

    -फाग लाइट और लो बीम हेडलाइट का ही प्रयोग करें, हाई बीम से बचें।
    -एक्सप्रसेवे एवं हाईवे पर आगे चल रहे वाहन से सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
    -अचानक ब्रेक लगाने से बचें, ब्रेक से पहले इंडिकेटर या हल्का हॉर्न दें।
    -ओवरटेकिंग से बचें, लेन में ही वाहन चलाएं।
    -वाहन की रिफ्लेक्टर टेप, ब्रेक लाइट और टेल लाइट सही स्थिति में रखें।
    -थकान या नींद महसूस होने पर वाहन रोककर विश्राम करें।

    क्या हादसा होने के बाद ही लापरवाही की नींद सो रहे जिम्मेदार जागेंगे

    दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर दिल्ली से मेरठ वाली लेन पर आइपीईएम कालेज के सामने वाले निकास को चौड़ीकरण कार्य के कारण बंद करने की वजह से हादसे का खतरा बना हुआ है। कई वाहन चालक यूपी गेट से डीएमई में प्रवेश करने के बाद आइपीईएम कट पर निकास न मिलने पर छह किमी आगे डासना से बाहर निकलने की बजाय वहीं से विपरीत दिशा में वाहन चलाकर यूपी गेट तक जा रहे हैं।

    इससे करीब 10 किमी की दूर तक वाहन विपरीत दिशा में चल रहे हैं। पूर्व में विपरीत दिशा में वाहन डीएमई पर दौड़ने पर कई लोगोे की मौत हो चुकी है। इसके बावजूद एनएचएआइ या ट्रैफिक पुलिस कोई ठोस उपाय नहीं अपना रही है। निकास लेन चौड़ीकरण का काम एक महीने से ज्यादा समय तक चलेगा।