शालीमार गार्डन में 3.85 करोड़ की पुरानी करंसी के साथ चार गिरफ्तार, 25% कमीशन लेकर देते थे नई नोट; मास्टरमाइंड फरार
दिल्ली के शालीमार गार्डन में पुलिस ने 3.85 करोड़ रुपये की पुरानी करंसी के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया। ये आरोपी 25% कमीशन पर पुरानी नोटों के बदले नई नोट देते थे। पुलिस के अनुसार, गिरोह का सरगना अभी फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। शालीमार गार्डन में पुरानी करंसी (500 व 1000) के नोट बदलने के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार कर पुलिस ने 3.85 करोड़ की पुरानी करंसी और कार बरामद की है। पूरा गिरोह 25 फीसद कमीशन पर पुरानी करंसी को नई में बदलने का काम करता था। बरामद रकम को आरोपित रामपुर से लाए थे।
एसीपी शालीमार गार्डन अतुल कुमार ने बताया कि बृहस्पतिवार की रात चेकिंग के दौरान डीएलएफ कट शालीमार गार्डन में एक कार को रोका गया। इसमें चार लोग सवार थे। इनके कब्जे से 3.85 करोड़ की नकदी बरामद हुई। ये नोट करीब नौ साल पहले नोटबंदी के दौरान प्रचलन से बाहर हो चुके हैं। इसके बाद चारों आरोपितों को थाने में लाकर पूछताछ की गई।
इसमें आरोपितों ने अपने नाम शुभम चौधरी निवासी ग्राम एदलपुर थाना छजलैट जिला मुरादाबाद, अरुण निवासी बसेडा थाना चांदपुर बिजनौर, महेश प्रसाद निवासी महावीर एन्क्लेव पालम दक्षिण दिल्ली और जितेन्द्र कुमार निवासी 5/12 तिवारी गली थाना सदर कोतवाली फर्रुखाबाद बताया। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि बरामद सभी पुरानी करंसी मतलूब अहमद निवासी रामपुर व फखरुद्दीन निवासी टांडा जिला रामपुर से लेकर आए हैं।
दोनों ने चारों आरोपितों को रकम देकर गाजियाबाद में वजीराबाद रोड एसके नाम के आदमी को देने और कमीशन लेने के लिए कहा। आरोपितों ने बताया कि बस रकम पहुंचाकर कमीशन लेना ही उनका काम है। फोन के माध्यम से सभी आरोपित एक-दूसरे के संपर्क में रहते हैं और लोगों से पुरानी करंसी लेकर बदलवाने का लालच देकर इक्ट्ठा करते हैं।
पुरानी करंसी के बदले थोड़ा कमीशन उन्हें मिलता है जबकि नोट बदलने पर 25 फीसदी कमीशन लिया जाता है। मतलूब अहमद और फखरुद्दीन के पास पुरानी करंसी इक्ट्ठा कर ये दोनों ही नोटों को आगे भेजते हैं। मिलने वाले कमीशन को सभी आपस में बांट लेते हैं।
मास्टरमाइंड अभी फरार, तीन दिन से चल रही जांच
नोट बदलने वाला मास्टरमाइंड अभी पुलिस के हाथ नहीं लग सका है। पुलिस मतलूब, फखरुद्दीन और एसके की तलाश कर रही है। एसके पुरानी करंसी बदलने का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। पुलिस तीन दिन से इस मामले में जांच करने में जुटी है। शालीमार गार्डन के एक घर से पुरानी करंसी बरामद होने से लेकर एक आरोपित को फर्रुखाबाद से पकड़ने तक में पुलिस जानकारी न देकर जांच की बात बोल रही थी।
शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया एक्स पर भी पोस्ट की गई। इसमें करन गेट पुलिस चौकी के दो वीडियो पोस्ट किए गए थे, जिसमें पुलिस पर पांच लोगों को छोड़ने और लगभग सवा दो करोड़ रुपये की पुरानी करंसी को पुलिस चौकी से गायब करने के आरोप पोस्ट करने वाला व्यक्ति लगा रहा था। इन आरोपों को पुलिस अधिकारियों ने गलत बताया। शाम को अचानक से प्रेस नोट जारी कर मामले का खुलासा पुलिस ने कर दिया।

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