... जब महिला पुलिसकर्मियों ने संभाली ट्रैफिक की कमान तो पुलिस वाहन को भी नहीं बख्शा
गाजियाबाद के हापुड़ चुंगी चौराहे पर महिला ट्रैफिक सिपाहियों ने कमान संभाली। उन्होंने यातायात नियमों का पालन कराया और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की। एक पुलिस जीप को जेब्रा क्रॉसिंग पर रोकने पर, महिला सिपाही ने उसे पीछे करने के लिए कहा, जिससे यह संदेश गया कि नियम सबके लिए समान हैं।
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जेब्रा क्रॉसिंग पर रुकी पुलिस की जीप तो महिला ट्रैफिक सिपाही ने पीछे किया
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। शहर के व्यस्ततम चौराहों में शुमार हापुड़ चुंगी चौराहे पर सोमवार की सुबह दृश्य कुछ अलग था। ट्रैफिक की व्यवस्था संभालती हुईं महिला ट्रैफिक सिपाहियों ने आम से लेकर खास तक सभी वाहन चालकों को अनुशासन में रहने का संदेश दिया। पुलिस की एक जीप लाल बत्ती होने पर जेब्रा क्रॉसिंग के बीच आकर रुकी तो महिला सिपाही ने जीप चालक को क्रॉसिंग से पीछे वाहन खड़ा करने को कहा।
मिशन शक्ति और यातायात माह के दौरान जागरूकता के लिए कमिश्नरेट गाजियाबाद में पहली बार हापुड़ चुंगी चौराहे की कमान पूरी तरह महिला ट्रैफिककर्मियों को सौंपी गई। यातायात पुलिस ने 10 महिला सिपाहियों को पूर्व में विशेष प्रशिक्षण दिया था, जिसमें ट्रैफिक कंट्रोल, चालान प्रक्रिया, सिग्नल प्रबंधन और नागरिकों से संवाद जैसी महत्वपूर्ण बातें सिखाई गई थीं।
सोमवार को इन प्रशिक्षित महिला कर्मियों को सुबह से चौराहे पर उतार दिया गया। ड्यूटी के दौरान महिला सिपाहियों ने न केवल नियमों का पालन कराया, बल्कि कई जगह लोगों को शालीनता से ट्रैफिक नियम समझाते भी देखा गया। खास बात यह रही कि जब एक पुलिस जीप जेब्रा क्रॉसिंग पर आकर रुक गई, तो महिला ट्रैफिक सिपाही ने बिना किसी हिचकिचाहट के जीप चालक को वाहन पीछे करने का इशारा किया।
चालक ने तुरंत वाहन पीछे कर दिया। इस घटना ने यह संदेश दिया कि नियम सभी पर समान रूप से लागू हैं। महिला ट्रैफिककर्मियों ने दोपहर तक कई वाहन चालकों के चालान कराने में भी मदद की। जिन लोगों ने हेलमेट नहीं पहना था या गलत दिशा में वाहन चला रहे थे, उनके खिलाफ मौके पर कार्रवाई की गई।
सुबह सबसे पहले अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आलोक प्रियदर्शी ने महिला सिपाहियों को ट्रैफिक में पहले दिन ड्यूटी करने पर बधाई दी और उन्हें अनुशासित रहकर लोगों को यातायात नियमों का पालन कराने की हिदायत दी। इस मौके पर डीसीपी ट्रैफिक त्रिगुण बिसेन और एडीसीपी ट्रैफिक सच्चिदानंद भी मौजूद रहे। दोनों अधिकारियों की मौजूदगी में भी महिला सिपाहियों ने यातायात संचालित कराया।
पहला दिन खास लग रहा है। क्योंकि पहली बार यातायात संचालित करने का मौका मिला है। लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए समझाएंगे।
- कुसुम, ट्रैफिक सिपाही
यह पहल सिर्फ एक दिन की नहीं है, बल्कि इसे चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाएगा। ट्रैफिक प्रबंधन में महिलाओं की उपस्थिति न सिर्फ अनुशासन बढ़ाती है, बल्कि नागरिकों में सकारात्मक संदेश भी देती है। आने वाले दिनों में जिले के प्रमुख चौराहों पर एक-एक दिन महिला ट्रैफिककर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
- आलोक प्रियदर्शी, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त
यातायात नियमों का पालन कर दुर्घटनाएं भी कम हो सकती हैं। हमें मौका मिला है कि ट्रैफिक भी संचालित रखें और लोगों को जागरूकत भी करें। इसलिए दोनों भूमिकाएं अच्छे से निभाने का प्रयास रहेगा।
- बबीता राजवंशी

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