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    गाजियाबाद में किराये के मकान में चल रही थी नकली दवा बनाने की फैक्ट्री, दिल्ली पुलिस की कार्रवाई में दो गिरफ्तार

    Updated: Sun, 14 Dec 2025 08:12 PM (IST)

    लोनी में नकली दवा बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ, जो किराए के मकान में चल रही थी। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई करते हुए गौरव और श्रीराम को गिरफ ...और पढ़ें

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    गौरव भगत चार साल से लोनी के लक्ष्मी सिटी मीरपुर में पिछले चार साल से रह रहा था।

    संवाद सहयोगी, लोनी। नकली दवाओं की फैक्ट्री करीब तीन महीने पहले ही लोनी में शुरू की गई थी। इसके लिए आरोपित गौरव और श्रीराम ने दिल्ली के रहने वाले शौकत अली नाम के व्यक्ति से किराये पर घर लिया था। घर मिलने पर बिजली, पानी के कनेक्शन जैसी बाधाएं दूर हो गईं। दिल्ली क्राइम ब्रांच की कार्रवाई में पकड़े गए आरोपितों में से गौरव भगत चार साल से लोनी के लक्ष्मी सिटी मीरपुर में पिछले चार साल से रह रहा था।

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    आरोपित गौरव भगत के बारे में स्थानीय लोगों ने बताया कि वह काफी झगड़ालू किस्म का व्यक्ति है। फैक्ट्री से कुछ ही दूरी पर वह चार साल से रह रहा है। कार्रवाई के बाद उसके घर पर भी ताला लगा मिला। लोगों ने बताया कि फैक्ट्री में लोगों को झांकने तक पर आरोपित टोकते थे। लोनी मीरपुर गांव के पास लक्ष्मी सिटी सेकेंड कालोनी स्थित खसरा नंबर 754 के 400 गज के मकान में चल नकली दवा बनाने की फैक्ट्री सितंबर में शुरू हुई थी।

    लोगों ने बताया कि फैक्ट्री से अक्सर मालवाहक वाहनों में दवाएं भरकर जाती थीं। यूपी-दिल्ली समेत कई राज्यों में दवा सप्लाई का अंदेशा लोगों को है। बताया जा रहा है कि मकान मालिक शौकत अली फरार है। फैक्ट्री में उसकी भूमिका की जांच क्राइम ब्रांच ही कर रही है।

    फैक्ट्री में अंदर से ताला डालकर करते थे काम

    कॉलोनी के लोगों ने बताया कि आरोपित गौरव भगत ही फैक्ट्री चला रहा था। सुबह अंदर से ताला लगाकर वह काम करता था। लोग उसे कभी स्कूटी पर तो कभी मालवाहक टैंपो में माल लादते देखते थे। कई बार गौरव खुद भी स्कूटी से माल लेकर जाता दिखता था। मौके से क्राइम ब्रांच ने अलग-अलग कंपनियों की दवा, पैकेजिंग मशीन, रैपर, गत्ते में भरी दवाएं बरामद की हैं।

    अवैध फैक्ट्रियों का गढ़ बना है लोनी

    लोनी में इससे पहले भी नकली दवाओं के कुछ मामले सामने आ चुके हैं। दिल्ली से सटा होने के कारण यहां बड़ी मात्रा में अवैध फैक्ट्रियां चल रही हैं। इनमें दवाओं से लेकर अन्य कैमिकल, रंगाई, खाद्य उत्पाद बनाने का काम होता है। बताया जा रहा है कि दिल्ली और आसपास के राज्यों से लोगों को आसानी से किराये पर फैक्ट्री चलाने के लिए भवन मिल जाता है। सस्ते किराये पर पंजीकरण के फैक्ट्रियां संचालित की जा रही हैं।

    लोनी में नकली दवाओं के पकड़े गए मामले

    - 11 नवंबर को लोनी में दिल्ली पुलिस के सहयोग से करीब आठ करोड़ की नकली दवा पकड़ी गई थी।

    - 21 फरवरी 2023 को ट्रोनिका सिटी स्थित एक फैक्ट्री में छापेमारी कर भारी मात्रा में कैंसर की नकली दवा पकड़ी थी।
    - 13 नवंबर 2022 को ट्रोनिका सिटी प्लाट नंबर 3/4 सी आठ में छापेमारी कर दिल्ली क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने डाक्टर, इंजीनियर समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था।