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    बैंक में जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के नाम पर बुजुर्ग से 18 लाख ठगे, आप न करें ऐसी गलती

    Updated: Sun, 16 Nov 2025 07:19 AM (IST)

    गाजियाबाद में साइबर ठगों ने एक बुजुर्ग पेंशनर को जीवन प्रमाण पत्र जमा कराने के नाम पर 18 लाख रुपये की चपत लगाई। ठगों ने पीएनबी कर्मचारी बनकर फोन किया और एक एपीके फाइल डाउनलोड कराकर मोबाइल हैक कर लिया। इसके बाद उनके दो बैंक खातों से 18 लाख रुपये निकाल लिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। नवंबर के महीने में पेंशनरों से बैंक द्वारा जीवन प्रमाण पत्र जमा कराए जाते हैं। साइबर ठगो ने इसका फायदा उठाते हुए बुजुर्ग को झांसे में लेकर 18 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित वैशाली निवासी जोबन सिंह ने पुलिस को बताया कि उनके पास पंजाब नेशनल बैंक का कर्मचारी बताकर सात नवंबर को एक व्यक्ति ने फोन किया और लाइफ सर्टिफिकेट ऑनलाइन जमा कराने के नाम पर मोबाइल हैक कर लिया। इ

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    सके बाद उनके दो बैंक खातों से अलग अलग खातों में 18 लाख रुपए ट्रांसफर कर लिए। पीड़ित की शिकायत पर साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। रामप्रस्थ ग्रीन वैशाली निवासी 75 वर्षीय जोबन सिंह ने बताया कि सात नवंबर को उनके मोबाइल पर एक कॉल आई थी। फोन करने वाले ने उन्हें बताया कि वह पंजाब नेशनल बैक से बोल रहा है। उन्हें बताया गया कि पेंशन के लिए जीवन प्रमाण पत्र जमा करना है।

    ऑनलाइन प्रमाण पत्र के लिए उनके खाते की डिटेल चाहिए होगी। आरोपित ने उन्हें ऑनलाइन जानकारी भरने के लिए पीएनबी लाइफ सर्टिफिकेट सबमिट नामक एपीके फाइल भेजी। बुजुर्ग ने जैसे ही एपीके फाइल पर क्लिक किया उनका मोबाइल हैक हो गया। सात नवंबर को ही उनके पीएनबी बैंक के दोनों खातों से पहली बार में पांच लाख रुपए निकाले गए, दूसरी बार में तीन लाख रुपए ट्रांसफर कर लिए, जबकि चौथी बार में दस लाख रुपयों को ट्रांसफर कर लिया गया है।

    जब उन्होंने अपना मोबाइल खोला तो लगातार उनके मोबाइल पर तीन मैसेज आए। जिसमें 18 लाख रुपए ट्रांसफर का मैसेज था। उन्होंने तत्काल बैंक के कस्टमर केयर पर फोन कर खातों को ब्लाक कराया। साथ ही मामले की शिकायत बैंक में की और खातों का विवरण मांगा, तो उसमें एक भी रुपया नहीं बचा था। पीड़ित ने परेशान होकर साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया है।

    पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच कराई जा रही है। जिन खातों में रुपये ट्रांसफर हुए हैं उन्हें ब्लाक कराया जा रहा है। शीघ्र आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।


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    पीयूष कुमार सिंह, एडीसीपी क्राइम