नहीं रहे श्रीप्रकाश शुक्ला को ढेर करने वाली टीम के वीपीएस चौहान
जागरण संवाददाता गाजियाबाद उत्तर प्रदेश के कुख्यात बदमाश श्रीप्रकाश शुक्ला को एनकाउंटर मे
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के कुख्यात बदमाश श्रीप्रकाश शुक्ला को एनकाउंटर में ढेर करने वाले यूपी पुलिस के सीओ वीपीएस चौहान का रविवार को गाजियाबाद में निधन हो गया। वह लीवर की बीमारी से जूझ रहे थे। पूर्व में उनके इकलौते बेटे शांतनु की भी मौत हो गई थी। परिवार में अब पत्नी व एक बेटी है।
रोक ली थी शुक्ला की गाड़ी
आरडीसी में रहने वाले वीपीएस चौहान एसटीएफ की उस पहली टीम का हिस्सा थे, जिसे यूपी के सीएम की सुपारी लेने वाले कुख्यात डॉन श्रीप्रकाश शुक्ला को पकड़ने के लिए विशेष रूप से गठित किया गया था। 22 सितंबर 1998 की तड़के एसटीएफ जाल बिछाए श्रीप्रकाश शुक्ला का इंतजार जीटी रोड पर कर रही थी। आभास होने पर उसने गाड़ी भगाई और पुलिस की दो गाड़ियां पीछे रह गईं। मगर वीपीएस चौहान ने उसकी गाड़ी के आगे जिप्सी लगा दी। यह घटनाक्रम मोहननगर के पास का था। श्रीप्रकाश ने गाड़ी अंदर के रोड पर ली और इंदिरापुरम क्षेत्र में एक किमी बाद एसटीएफ ने घेर लिया। एनकाउंटर में दोनों ओर से ताबड़तोड़ गोलियां चलीं और श्रीप्रकाश ढेर हो गया।
मिला था आउट ऑफ टर्न प्रमोशन
वीपीएस चौहान इस मुठभेड़ के समय दारोगा थे और इसके बाद उन्हें आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दे इंस्पेक्टर बनाया गया। 31 जनवरी 2020 को वह डिप्टी एसपी की पोस्ट से रिटायर हुए। सेवानिवृत्ति के समय वह 47वीं वाहिनी पीएसी में तैनात थे। रविवार को मौत के बाद अंतिम संस्कार किया गया।
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