टैबलेट के जरिये पढ़ेंगे बच्चे, 13 करोड़ से स्मार्ट बनेंगे छह स्कूल
जासं गाजियाबाद अधिकांश स्कूलों में कंप्यूटर लैब के जरिये पढ़ाई होती है लेकिन अब वक्त बद ...और पढ़ें

जासं, गाजियाबाद: अधिकांश स्कूलों में कंप्यूटर लैब के जरिये पढ़ाई होती है, लेकिन अब वक्त बदल गया है। कंप्यूटर की जगह लैपटाप और टैबलेट ले रहे हैं। ऐसे में नगर निगम द्वारा संचालित किए जा रहे सिहानी, मकनपुर, महरौली, कैला भट्ठा, साहिबाबाद के नगर निगम बालिका इंटर कालेज और चंद्रपुरी स्थित नगर पालिका बालिका इंटर कालेज का जीर्णोद्धार कराने के साथ ही उनमें टैबलेट लैब बनाने की तैयारी है। नगर आयुक्त द्वारा छह माह पहले बनाई गई इस योजना की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार कर ली गई है। स्कूलों के कायाकल्प में 13 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। डीपीआर तैयार कर नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने शासन को भेज दी है। शासन से मंजूरी मिलने के बाद स्कूलों का जीर्णोद्धार का कार्य शुरू करवाया जाएगा। स्कूलों में नहीं हैं कंप्यूटर लैब: चंद्रपुरी स्थित नगर पालिका बालिका इंटर कालेज की प्रधानाचार्य डॉ. हेमलता ने बताया कि नगर निगम द्वारा संचालित स्कूलों में अभी खुद की कंप्यूटर लैब नहीं है। चंद्रपुरी स्थित स्कूल में मेवाड़ कालेज के प्रबंधन द्वारा कंप्यूटर लैब बनवाई गई है, जिससे की विद्यार्थियों को कंप्यूटर के बारे में जानकारी हो सके। अगर स्कूलों में टैबलेट लैब बनाई जाएगी तो विद्यार्थियों को पढ़ाने में टीचरों को मदद मिलेगी। पढ़ाई में नई तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। बच्चे ज्यादा, कक्षाएं कम: नगर निगम द्वारा संचालित स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या प्रत्येक साल बढ़ जाती है। स्कूलों में कक्षाएं कम होने के कारण एक कक्षा में विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा हो जाती है। स्कूलों का जीर्णोद्धार कराने के साथ ही उनमें कक्षाओं की संख्या भी बढ़ाई जाएगी, जिससे की एक क्लास में निश्चित संख्या में ही विद्यार्थी बैठ सकें।
बयान स्कूलों में टैबलेट लैब बनाई जाएगी, लेकिन विद्यार्थी टैबलेट अपने घर नहीं ले जा सकेंगे। शासन से मंजूरी मिलने के बाद स्कूलों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा।
- महेंद्र सिंह तंवर, नगर आयुक्त।

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