Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कैंसर मरीजों की जान से खिलवाड़, तस्करी गिरोह का पर्दाफाश; लाखों की दवाएं और एक कार बरामद

    Updated: Sun, 23 Nov 2025 03:37 PM (IST)

    गाजियाबाद पुलिस ने कैंसर की दवाओं की तस्करी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसमें तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं। यह गिरोह दिल्ली से सीजीएचएस की दवाएं चुराकर महाराष्ट्र और दिल्ली में बेचता था, साथ ही एक्सपायर दवाएं भी बेचता था। आरोपियों से 19 लाख रुपये की दवाएं और एक कार बरामद हुई है। गिरोह के सदस्य, विश्वास त्यागी का पहले भी नकली दवा के मामले में नाम आ चुका है।

    Hero Image

    गाजियाबाद पुलिस ने कैंसर की दवाओं की तस्करी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। जागरण

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। पुलिस ने कैंसर की दवाओं की तस्करी करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है और तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। यह गैंग दिल्ली में CGSS को सप्लाई होने वाली दवाएं चुराकर महाराष्ट्र और दिल्ली में बेचता था। वे एक्सपायर हो चुकी कैंसर की दवाएं भी इसी तरह बेचते थे। इसके अलावा, वे ऐसी दवाएं भी खुले में बेचते थे जिन्हें कोल्ड चेन स्टोरेज की ज़रूरत होती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गिरफ्तार किए गए संदिग्धों में राजनगर एक्सटेंशन के ऑफिसर सिटी का रहने वाला विश्वास त्यागी, मुरादनगर के शाहजहांपुर गांव का रहने वाला प्रिंस त्यागी और आगरा के जगदीशपुरा थाना इलाके के बोदला सेक्टर 4 का रहने वाला आकाश शर्मा शामिल हैं। विश्वास त्यागी की डा मेडिसिन हब नाम की एक दवा एजेंसी है। हालांकि, दो साल पहले वह नकली दवा के मामले में पकड़ा गया था और ड्रग्स डिपार्टमेंट ने उसके खिलाफ कोर्ट में केस किया था। उसकी फर्म का लाइसेंस भी कैंसिल कर दिया गया था, लेकिन वह उसी नाम से काम करता रहा।

    आगरा का रहने वाला आकाश शर्मा दिल्ली से कैंसर की दवाएं लाकर विश्वास त्यागी को देता था। विश्वास त्यागी ने इसके बाद इन्हें थ्राइव फार्मा, यत्नेश फार्मा और ब्रदर्स फार्मा को बेचकर मोटा मुनाफा कमाया। ऐसा दिखाया गया कि ये दवाएं गाजियाबाद की केयर हुड फर्म, चावड़ी बाजार की आरबी एंटरप्राइजेज और ओखला की नोविता फार्मा से खरीदी गई हैं।

    एडिशनल सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (क्राइम) पीयूष कुमार सिंह के मुताबिक, आरोपियों के पास से ₹19 लाख की दवाएं और ₹8.85 लाख की एक कार बरामद हुई है। इन दवाओं में कैंसर के इलाज का एक इंजेक्शन कार्ट्रोडा भी शामिल है, जिसकी कीमत ₹2.16 लाख है। विश्वास त्यागी इस दवा को ₹80,000 में खरीदकर मुनाफा कमा रहा था। कई और दवाएं भी बरामद हुई हैं।

    CGHS टैग हटाकर दवाएं बेचना

    जांच में पता चला है कि आरोपियों ने दिल्ली के रोहिणी में रघुनंदन मेडिकल स्टोर के ऑपरेटर को CGHS नॉट फॉर सेल टैग हटाने के लिए पैसे दिए थे।