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    सीएम योगी की नाराजगी के बाद भी जागरूकता कमजोर, गाजियाबाद में बेपटरी हुआ भाजपा का SIR अभियान

    Updated: Thu, 11 Dec 2025 05:23 AM (IST)

    उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी के बाद भी भाजपा का एसआईआर अभियान कमजोर दिखाई दे रहा है। जागरूकता अभियान में कमी के ...और पढ़ें

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    यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। उत्तर प्रदेश में जोरशोर से चल रहे विशेष पुनरीक्षण अभियान (एसआइआर) में गाजियाबाद के भाजपाई वोटरों को जागरूक नहीं कर पा रहे हैं। गाजियाबाद में भाजपाइयों के अभियान में प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खासे नाराज हैं।

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    एक सप्ताह में स्वयं सीएम योगी गाजियाबाद के जनप्रतिनिधियों व संगठन की बैठक लेकर अभियान में तेजी लाने और मतदाताओं को अभियान के प्रति जागरूक करने के निर्देश दे चुके हैं। बावजूद इसके भाजपाइयों की इतनी सक्रिय भूमिका दिखाई नहीं दे रही जिसकी अपेक्षा की जा रही है।

    यही कारण है कि जागरुकता के अभाव में मतदाता प्रपत्र नहीं भर रहे हैं और जो अपेक्षा सरकार द्वारा गाजियाबाद से की गई थी, उस लक्ष्य की तुलना में काम नहीं हो पा रहा है। मुख्यमंत्री लगातार कहने के बाद भी कार्य में तेजी नहीं आ पा रही है। गाजियाबाद में अभियान पूरी तरह से सियासत की भेंट चढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है।

    सीएम ने की थी ऑनलाइन बैठक

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष पुनरीक्षण अभियान को लेकर तीन दिसंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी सांसदों, विधायकों व एसआइआर से जुड़ भाजपा संगठन के लोगों के साथ आनलाइन बैठक ली थी। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद के प्रदर्शन घोर नाराजगी जताई थी और लोगों के बीच जाकर उन्हें जागरूक करने के साथ अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए थे।

    बैठक में सीएम योगी ने गाजियाबाद के कार्यकर्ताओं की सक्रियता को फिसड्डी बताया था। उनकी नाराजगी को देखते हुए छह दिसंबर को भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र सिसोदिया ने कविनगर रामलीला मैदान में बैठक कर एसआइआर में जुड़े लोगों की जमकर क्लास ली और अंतिम दौर में अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए।

    इस बीच मुख्यमंत्री की मेरठ मंडल के जनप्रतिनिधियों व संगठन से जुड़े लोगों के साथ एसआइआर की प्रगति को लेकर नेहरूनगर में समीक्षा बैठक प्रस्तावित की गई। इससे एक दिन पहले उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक गाजियाबाद पहुंचे और गाजियाबाद के प्रति मुख्यमंत्री के तेवरों को देखते हुए अभियान के बारे में समीक्षा की।

    सीएम ने मदद के दिए निर्देश

    सोमवार को मुख्यमंत्री को गाजियाबाद समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रर्दशन को लेकर स्वयं गाजियाबाद आना पड़ा और उन्होंने मेरठ मंडल के जनप्रतिनिधियों व संगठन के लोगों के साथ बैठक कर मतदाताओं के बीच जाकर उनसे बातचीत कर अधिक से अधिक फार्म भरवाने के लिए व जागरूक करने के लिए कहा।

    यदि किसी को कोई परेशानी आ रही है तो उनकी मदद करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची से छूटे नहीं और फर्जी सूची में रहे नहीं। उनके स्वयं इतना दखल देने के बाद भी भाजपाई सक्रिय नहीं हुए। इसका नतीजा रहा कि एसआइआर में डजिटाइजेशन का काम सात दिन में कुल 5.25 प्रतिशत ही हो सका।

    मुख्यमंत्री के आगमन के बाद भी जनप्रतिनिधि लगातार बैठक तो कर रहे हैं लेकिन एसआइआर में तेजी आती दिखाई नहीं दे रही है।

    मुख्यमंत्री की ऑनलाइन बैठक के बाद एसआइआर की प्रगति रिपोर्ट

    तारीख प्रगति प्रतिशत
    चार दिसंबर 53.12%
    पांच दिसंबर 54.91%
    छह दिसंबर 55.21%
    सात दिसंबर 56.67%

    आठ दिसंबर से नौ दिसंबर तक मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के बाद की रिपोर्ट

    प्रगति प्रतिशत
    तारीख प्रगति प्रतिशत
    आठ दिसंबर 57.37%
    नौ दिसंबर 58.37%
    कुल डिजिटाइजेशन 5.25%
    गाजियाबाद मतदाता डेटा
    विवरण संख्या
    कुल मतदाता 28,37,991
    चार दिसंबर तक डिजिटाइजेशन 15,07,399
    नौ दिसंबर तक डिजिटाइजेशन 16,56,536
    एक सप्ताह में हुआ डिजिटाइजेशन 1,49,137
    डिजिटाइजेशन से वंचित वोटर 11,81,455

    मुख्यमंत्री के आदेश का नहीं किया पालन

    प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विशेष पुनरीक्षण अभियान को कितनी गंभीरता से ले रहे हैं, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि वह लगातार विभिन्न जिलों का भ्रमण कर एसआइआर की समीक्षा कर रहे हैं और अभियान में तेजी लाने के निर्देश दे रहे हैं।

    हाल में ही उन्होंने जनप्रतिनिधियों को स्पष्ट कर दिया था कि वह किसी शादी-समारोह कम जाएं और जनता के बीच रहकर एसआइआर में उनकी मदद करें। बावजूद इसके 10 दिसंबर को भाजपा के महानगर अध्यक्ष ने अपने जन्मदिन पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। पूरे दिन उन्हें आवास पर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।

    यहां तक की गाजियाबाद एसआइआर की समीक्षा करने पहुंचे जिले के प्रभारी मंत्री ने समीक्षा बैठक नहीं की और वह बैठक छोड़कर मयंक गोयल को बधाई देने पहुंचे और उनके साथ जन्मदिन मनाया। महानगर अध्यक्ष के जन्मदिन के आयोजन में कार्यकर्ता व्यस्त रहे और वह मतदाताओं के बीच नहीं जा सके। इससे एक दिन का काम प्रभावित हुआ।

    पद पाने वालों में लगी रही महानगर अध्यक्ष के करीब आने की होड़

    भाजपा महानगर टीम की घोषणा अभी नहीं हुई है। बुधवार को भाजपा के महानगर अध्यक्ष के जन्मदिन के दिन महानगर टीम में पद पाने वालों की अपने सिपहसालार के करीब आने वालों की हाेड़ लगी रही। मंगलवार रात से ही ढोल नगाड़ों के साथ घर पहुंचकर बधाई देने वालों का सिलसिला शुरू हुआ।

    इसके बाद बुधवार दिन भर उनके आवास पर बधाई देने वालों का हुजूम उमड़ा रहा। संगठन के तमाम लोगों के साथ जनप्रतिनिधि व शहर के लोग उन्हें बधाई देने के लिए पहुंचे। पूरा दिन इंटरनेट मीडिया पर उन्हें बधाई देने वालों का सिलसिला भी जारी रहा। माना जा रहा है कि अब जल्द ही महानगर टीम की घोषणा कर दी जाएगी।

    भाजपा के कार्यकर्ता विशेष पुनरीक्षण अभियान में जुड़े हुए हैं और मतदाताओं के बीच जाकर उन्हें जागरूक कर रहे हैं। किसी को कोई कठिनाई आ रही है तो कार्यकर्ता उनकी मदद कर प्रपत्र भरवा रहे हैं। मेरी मतदाताओं से भी अपील है कि वह अपने-अपने प्रपत्र भरकर उन्हें जमा कराएं।

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    सतेंद्र सिसाेदिया, क्षेत्रीय अध्यक्ष, भाजपा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश