ATM कार्ड बदलकर ठगी करने वाले तीन शातिर गिरफ्तार, एक कार समेत 1.22 लाख रुपये बरामद
मोदीनगर पुलिस ने एटीएम से ठगी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी लोगों के डेबिट कार्ड बदलकर उनके खाते से पैसे निकाल लेते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से 12 डेबिट कार्ड, 1.22 लाख रुपये नकद और एक कार बरामद की है। आरोपी एटीएम में टेप लगाकर भी ठगी करते थे और चोरों से चोरी के डेबिट कार्ड खरीदते थे।
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जागरण संवाददाता, मोदीनगर (गाजियाबाद)। अगर आप भी एटीएम से रुपये निकालने जा रहे हैं तो सावधानी जरूर बरतें। पीछे खड़ा आरोपी आपका खाता भी खाली कर सकता है। ऐसे ही तीन ठगों को मोदीनगर पुलिस ने मंगलवार को पकड़ा है। आरोपी बातों में लगाकर लोगों के डेबिट कार्ड बदल देते थे।
इसके बाद खाते से रकम निकालते थे। आरोपियों के कब्जे से 12 डेबिट कार्ड, 1.22 लाख नकद, तीन मोबाइल व कार बरामद हुई है। आरोपी मोदीनगर में तीन घटनाएं कर चुके थे। लंबे समय से क्षेत्र में सक्रिय थे। इन पर पूर्व में भी मुकदमे दर्ज हैं।
एसीपी मोदीनगर अमित सक्सेना ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी बुलंदशहर जिले के खुर्जा के राहुल, सुमित व मनोज हैं। आरोपी गिरोहबंद तरीके से वारदात को अंजाम देते थे। वे कार से एटीएम पर पहुंचते थे। यहां जब कोई व्यक्ति रुपये निकालने आता तो पीछे खड़े होकर चोरी से उसका पिन देख लेते थे।
इसके बाद बातों में लगाकर या मदद के बहाने उसका डेबिट कार्ड बदल देते थे। असली कार्ड लेकर फर्जी थमा देते थे। यह फर्जी कार्ड देखने में असली जैसा होता था। बस नंबर अलग होते थे। इसके बाद असली कार्ड से नकदी निकासी करते थे। रकम को आपस में बांटकर मौज-मस्ती में उड़ा देते थे। पुलिस ने एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और आरोपियों तक पहुंचीं।
एटीएम में लगा देते थे टेप
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने कुछ जगहों पर एटीएम मशीन में टेप लगाकर भी ठगी की। एटीएम में जहां से रुपये आते हैं। उसके पास ही आरोपी टेप लगा देते थे। ऐसे में खाते से रकम डेबिट होने के बाद भी बाहर नहीं आती थी। बाद में आरोपी टेप हटाकर रकम ले जाते थे। एसीपी ने बताया कि इस तरह को कोई मुकदमा फिलहाल नहीं है। आरोपियों के बयान भी मुकदमे में शामिल किए गए हैं।
चोरों से खरीदते थे डेबिट कार्ड
पर्स या बैग चोरी करने वाले चोर इन आरोपियों के संपर्क में थे। वे उनसे चोरी के डेबिट कार्ड खरीदते थे। इसके अलावा एक जगह ठगी से मिले डेबिट कार्ड का इस्तेमाल दूसरी जगह पर ठगी में करते थे। इसी तरह लंबे समय से आरोपी लोगों के खाते में सेंधमारी कर रहे थे। मोदीनगर के अलावा आसपास के इलाकों में भी आरोपी सक्रिय थे।

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