आइआइटी दिल्ली से इंजीनियरिग करना चाहते हैं अर्पित
मेहनत का फल कितना मीठा होता है यह सीबीएसई बोर्ड की 12वीं परीक्षा में देश के तीसरे टॉपर अर्पित माहेश्वरी से बेहतर कौन बता सकता है। परीक्षा परिणाम आने के बाद वायरल फीवर से परेशान अर्पित को जैसे ही पता चला कि मीडिया वाले उनके घर आए हैं वह तुरंत बाहर आ गए और उस समय चेहरे पर रौनकता देखते बनती थी। पांच सौ में 497 अंक प्राप्त करने वाले अर्पित माहेश्वरी का मकसद दिल्ली आइआइटी से कंप्यूटर साइंस करना है। हाल ही में जेईई मेंस में 601 रैंक प्राप्त किया है। डीपीएस गाजियाबाद मेरठ रोड में नर्सरी से पढ़ाई करने वाले अर्पित ने बताया कि इसके पहले वह नेशनल टैलेंट सर्च एग्जाम ओलंपियाड नेशनल स्टैंडर्ड एग्जामिनेशन इन केमेस्ट्री नेशनल एग्जामिनेशन इन एस्ट्रोनॉमी एवं किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना में भी सफलता हासिल कर चुके हैं।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : मेहनत का फल कितना मीठा होता है यह सीबीएसई की 12वीं परीक्षा में देश के तीसरे टॉपर अर्पित माहेश्वरी से बेहतर कौन बता सकता है। वायरल फीवर से पीड़ित अर्पित को जब पता लगा कि वह टॉपर्स की सूची में तीसरे स्थान पर हैं, उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पांच सौ में 497 अंक प्राप्त करने वाले अर्पित माहेश्वरी का मकसद दिल्ली आइआइटी से कंप्यूटर साइंस में शिक्षा ग्रहण करना है। हाल ही में आए जेईई मेंस के परिणाम में उन्होंने 601वीं रैंक प्राप्त की है।
मेरठ रोड स्थित डीपीएस में नर्सरी से पढ़ाई करने वाले अर्पित ने बताया कि इसके पहले वह नेशनल टैलेंट सर्च एग्जाम, ओलंपियाड, नेशनल स्टैंडर्ड एग्जामिनेशन इन केमेस्ट्री, नेशनल एग्जामिनेशन इन एस्ट्रोनॉमी एवं किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना में भी सफलता हासिल कर चुके हैं। अर्पित ने बताया कि 12वीं की पढ़ाई की तैयारी नहीं करनी पड़ी, बल्कि प्रतियोगिताओं परीक्षाओं की तैयारी कोचिग के माध्यम से करता था और स्कूल में नियमित कक्षाएं करते थे। परीक्षा के समय सिर्फ रिवीजन करते थे। अंग्रेजी विषय की तरफ उनका विशेष ध्यान था। इसमें पूर्णांक 100 में से दो नंबर कम आए। मेरिट में आने का विश्वास था लेकिन देश में तीसरे स्थान मिलने की उम्मीद नहीं थी। अर्पित ने गणित व भौतिक विज्ञान एवं जियोस्पेशल टेक्नोलॉजी में पूर्णांक 100 नंबर प्राप्त किया, जबकि रसायन विज्ञान में 99 और अंग्रेजी में 98 अंक प्राप्त हुए। मेडिटेशन और सोशल मीडिया से रहते हैं दूर
अर्पित का कहना है कि पढ़ाई के दौरान तनाव दूर करने के लिए किसी भी समय मेडिटेशन करते हैं, लेकिन विशेष तौर पर सुबह के समय। इसके अलावा बास्केटबॉल खेलना और क्रिकेट देखना भी पसंद है। क्लास ग्रुप में हर एक्टिविटी में सक्रिय रहते थे लेकिन वह सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखते हैं। सिर्फ क्लास ग्रुप में ही सक्रिय रहते हैं, उसके लिए भी समय बना रखा था कि किस समय देखना है। अर्पित की मां ऋतु माहेश्वरी ने बताया कि नर्सरी के बाद 12वीं तक हमेशा टॉप किया।
बहन के साथ खेलना व पौधरोपण है पसंद
अर्पित के पिता अतुल कुमार रामपुर में बिजली विभाग में अवर अभियंता हैं। परिवार महेंद्रा एंक्लेव में रहता है। अर्पित को पढ़ाई के अलावा पौधरोपण, अंग्रेजी उपन्यास पढ़ना, सचिन तेंदुलकर की ऑटोबायोग्राफी पढ़ने के अलावा छोटी बहन एंजिल के साथ खेलना भी पसंद है।
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