Bank Of Baroda के मैनेजर के खिलाफ फर्जीवाड़े का केस दर्ज, ये है पूरा मामला
सीबीआई ने मुरादाबाद में बैंक ऑफ बड़ौदा के शाखा प्रबंधक रोहित दहिया के खिलाफ 3.05 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि दहिया ने 2021 से 2024 के बीच फर्जी नाम से खाते खोले, बिना दस्तावेज़ के ऋण जारी किए, और उन पैसों को अपनी पत्नी व स्वयं के खातों में स्थानांतरित कर लिया। सीबीआई ने मेरठ और गुजरात के भरूच स्थित उनके ठिकानों पर छापे मारे हैं।

फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। सीबीआई ने मुरादाबाद में बैंक ऑफ बड़ौदा के शाखा प्रबंधक के खिलाफ फर्जीवाड़े का केस दर्ज किया है। आरोपित मैनेजर रोहित दहिया ने वर्ष 2021 से 2024 तक मसवासी टाउन शाखा और रहमतगंज शाखा में तैनाती के दौरान बिना दस्तावेज फर्जी नाम से खाते डाटाबेस में खोले।
उनमें नकद जमा किया और उस धनराशि को अपनी पत्नी एवं स्वयं के खाते में ट्रांसफर कर निकाल लिया। कुछ मामलों में फर्जी नाम से लोन भी जारी किया और उसकी भी धनराशि निकाल ली।
जांच में सामने आया है कि आरोपित ने तीन करोड़ पांच लाख रुपये की गड़बड़ी की है। गाजियाबाद की एंटी करप्शन शाखा में आरोपित प्रबंधक के खिलाफ केस दर्ज कर सीबीआई ने आरोपित के मेरठ और गुजरात के भरूच स्थित ठिकानों पर छापा मारा।
सीबीआई ने मामले की जानकारी के बाद जांच में पाया कि रोहित दहिया ने चार अक्टूबर 2021 से 15 अक्टूबर 2023 तक मुरादाबाद में बैंक ऑफ बड़ौदा की मसवासी टाउन शाखा और 16 अक्टूबर 2023 से छह फरवरी 2024 तक रहमतगंज शाखा में शाखा प्रमुख के रूप में कार्य करते हुए बैंक के दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया।
आरोप है कि दहिया ने बिना आवेदन या दस्तावेजों के कई बचत खाते एवं लोन खाते खोले, जिनमें से कई बाद में एनपीए हो गए। इसके अलावा उन्होंने अपनी विवेकाधीन उधार शक्ति से लोन खातों में ज्यादा ओवरड्राफ्ट की सुविधा दी।
इन फंड का नकद निकासी के रूप में उपयोग किया गया। आरोपित ने 54 खातों में स्वीकृत सीमा को बिना उधारकर्ता के अनुरोध के बढ़ा दिया और बाद में वापस पुरानी सीमा पर लाया गया। खातों से आरोपित ने धनराशि स्वयं एवं पत्नी विजेता मलिक के खातों में स्थानांतरित कर लिया।
दहिया के पेटीएम खाते में भी 44 लाख रुपये की 20 डिजिटल लेनदेन के माध्यम से धनराशि ट्रांसफर की गई। सीबीआइ ने केस दर्ज करने के साथ ही आरोपित के मेरठ और गुजरात के भरूच स्थित ठिकानों पर छापा मारकर जांच की है।
अस्थायी चपरासी के नाम भी खोल दिया खाता
आरोप है कि रोहित दहिया ने मसवासी टाउन शाखा के अस्थायी चपरासी राजन और उनकी पत्नी सुनीता के नाम पर खाते खोलकर 35 लाख और 10 लाख रुपये की कैश क्रेडिट लिमिट और 10.26 लाख रुपये का गोल्ड लोन पास किया फिर उसे नकद निकाल लिया। पूरी धनराशि का उपयोग दहिया द्वारा किए जाने की भी सीबीआइ को जानकारी मिली है।
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