50 हजार का इनामी संजीव जाट गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, ¨लक रोड : ¨लक रोड, साहिबाबाद और क्राइम ब्रांच की टीम ने मंगलवार की शाम मुरादाबाद जो
जागरण संवाददाता, ¨लक रोड : ¨लक रोड, साहिबाबाद और क्राइम ब्रांच की टीम ने मंगलवार की शाम मुरादाबाद जोन के लिए सिर दर्द बने कुख्यात संजीव जाट को मुठभेड़ के बाद पकड़ा है। मुठभेड़ में संजीव का साथी रवींद्र अमरोहा फरार होने में सफल रहा। इस दौरान पुलिस की ओर से कुल दस राउंड फाय¨रग की गई।
रवींद्र को पकड़ने के लिए एसपी सिटी डा. अजयपाल शर्मा व कई थानों की पुलिस फोर्स ने कां¨बग भी की लेकिन उसका सुराग नहीं लग सका। एसएसपी धर्मेंद्र ¨सह ने बताया कि संजीव 50 हजार का इनामी था। उससे एक विदेशी पिस्टल, एक देसी पिस्टल और सफेद रंग की इंडिका कार बरामद हुई है।
चौकी के पास चली गोलियां : एसएचओ ¨लक रोड राशिद अली ने बताया कि सूचना के बाद एसओ साहिबाबाद और क्राइम ब्रांच महेश मिश्रा की टीम ने रेलवे रोड साहिबाबाद के पास घेराबंदी की। इस दौरान संजीव ने रेलवे रोड चौकी के पास कार से फायर कर दिया जबकि उसका दूसरा साथी रवींद्र अमरोहा कार से कूद कर भाग निकला। दोनों ओर से कुल 12 राउंड गोली चली है। फरार आरोपी को एक गोली लगने की बात कही जा रही है। वहीं क्राइम ब्रांच के दो सिपाहियों के जैकेट पर गोली लगी है। वे सुरक्षित हैं।
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किशोर अवस्था में ही बन गया था अपराधी
संजीव जाट पुत्र ऋषिपाल ¨सह निवासी ग्राम अक्खा नगला थाना नौगवा जनपद अमरोहा का रहने वाला है। उस पर लगभग दो दर्जन हत्या, गैर इरादतन हत्या, रंगदारी, लूट और गैंगस्टर के मुकदमे दर्ज हैं। संजीव ने मीडिया को बताया कि वर्ष 1990 में उसके पिता की हत्या रिश्तेदारों व चाचा ने कर दी थी। तब वह नाबालिग था उसे भी जेल जाना पड़ा था। उसके बाद से ही उसका चाचा व परिजनों से रंजिश चल रही है। एसएसपी ने बताया कि उस पर थाना रजबपुर, बछरायूं, चांदपुर बिजनौर, गजरौला, फतेहगढ़ व सिविल लाइन में मुकदमे दर्ज हैं।
तीन टीमों ने संभाली थी कमान
-संजीव जाट के साहिबाबाद आने की सूचना के बाद पुलिस की तीन टीमों ने कमान संभाली थी। इसी के साथ एसएसपी व एएसपी सिटी को पल पल की जानकारी दी जा रही थी। पुलिस के घिरने पर संजीव व उसके साथी भागने लगे। इस दौरान सतेंद्र राय, योगेश शर्मा, पंकज यादव, मनोज यादव, देवेंद्र राठी, सतेंद्र ¨सह, आनंद पाल, धर्मपाल व महेंद्र को एसपी सिटी ने सराहनीय कार्य करने के लिए प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की है। उधर रवींद्र अमरोहा की तलाश में भी दो टीमों को लगाया गया है।
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चलती ट्रेन से कूदकर भागा था संजीव
29 सितंबर 2014 के दिन संजीव जाट को फतेहगढ़ जेल से अमरोहा कोर्ट पेशी के लिए ले जाया गया था। पेशी से लौटने के दौरान वह अमरोहा रेलवे स्टेशन पर चलती ट्रेन से कूदकर फरार हो गया था। चलती ट्रेन से कूदकर भागने के अलावा उसने मुरादाबाद जेल के एक जेलर को भी हत्या की धमकी दी थी। इसके बाद डीआईजी कानपुर ने उस पर साढ़े बारह हजार का ईनाम घोषित किया था।
खेती से चल रहा था परिवार :
अमरोहा में पुलिस कस्टडी से फरार होने के बाद संजीव दिल्ली में किसी जानकार के पास आ गया था। इसके बाद से वह जगह बदल-बदलकर दिल्ली में ही रह रहा था। वहीं गांव में गन्ने की खेतीबाड़ी से वह अपना खर्च चलाता था। मंगलवार को भी वह गन्ने से मिलने वाली पेमेंट के सिलसिले में अपने गांव नौगांवों सादात जा रहा था। पुलिस पूछताछ में संजीव ने मीडिया के सामने कभी भी लूट की घटना को अंजाम नहीं देने की बात की है। साथ ही किसी से रंगदारी न मांगने की बात की है। हालांकि उसके नाम का उपयोग कर कुछ अज्ञात लोगों ने इलाके के रईसों से रंगदारी वसूली थी। संजीव ने पुलिस कस्टडी में जमीनी विवाद में हत्या की बात कबूल की है। आरोप है कि 2013 में संजीव ने अपने भाई संग मिलकर नौगांवों सादात के व्यापारी देवेंद्र की रंगदारी न देने पर हत्या कर दी थी।
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पुलिस संजीव से पूछताछ करेगी, साथ ही उसके फरार साथी रवींद्र के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस टीम ने मुरादाबाद के अधिकारियों को भी सूचना दे दी है। अन्य जनपदों की पुलिस भी पूछताछ के लिए आ सकती है।
डा. अजयपाल शर्मा, एसपी सिटी
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