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    पत्नी ने पति को दही खिलाकर मार डाला, ऑनलाइन मंगाया था चार पुड़िया जहर, प्रेमी के साथ पकड़े जाने पर रची थी साजिश

    Updated: Fri, 25 Jul 2025 06:59 PM (IST)

    पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाने की साजिश रची। पहले दही में जहर दिया अस्पताल में बचने के बाद फिर जहर दिया। घरवालों ने डायरिया समझ अंतिम संस्कार कर दिया पर मृतक की माँ ने शिकायत की। जाँच में हत्या साबित होने पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पत्नी और प्रेमी को जेल भेजा गया प्रेमी ने गूगल से सल्फास मंगाया था।

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    पुलिस हिरासत में हत्यारोपित पत्नी व प्रेमी: जागरण

    जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। प्यार में बाधा बन रहे पति को रास्ते से हटाने के लिए पत्नी ने प्रेमी संग साजिश रची। पहले उसने पति को दही में जहर दिया। ट्रामा सेंटर में उपचार के बाद ठीक हो गया तो दो दिन बाद फिर से दही में जहर मिलाकर पिला दिया। 

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    घरवालों ने गर्मी में डायरिया से मृत्यु समझकर अंतिम संस्कार कर दिया, लेकिन बहू गतिविधि संदिग्ध देख मृतक की मां ने टूंडला पुलिस से शिकायत की। 

    सीओ के नेतृत्व में जांच में हत्या की बात सामने आने पर पुलिस ने शुक्रवार सुबह दोनों को घर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पति की हत्या में जेल भेजी युवती नौ वर्ष के बेटे और छह वर्ष की बेटी की मां है, जबकि उसका प्रेमी भी शादीशुदा है, लेकिन पत्नी छोड़कर मायके चली गई।

    एसपी सिटी रविशंकर प्रसाद ने प्रेसवार्ता में बताया कि टूंडला में ग्राम उलाऊ निवासी 32 वर्षीय सुनील कुमार तीन भाइयों में दूसरे नंबर का था। वह चूड़ी कारखाने में काम करता था। 11 वर्ष पहले उसकी शादी शशि के साथ हुई थी। उनके नौ वर्ष का बेटा और छह वर्ष की बेटी है। 

    इंस्पेक्टर अंजीश कुमार ने बताया कि तीन वर्ष से शशि का गांव के ही उम्र में पांच वर्ष छोटे यादवेंद्र से प्रेम प्रसंग चलने लगा, लेकिन पति उनकी राह में रोड़ा बन रहा था। इस पर दोनों ने उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची। 

    यादवेंद्र ट्रक चालक है। वह छत्तीसगढ़ में ट्रक चलाता है। यादवेंद्र ने ऑनलाइन गूगल पर सर्च करके चार पुड़िया सल्फास मंगाया। पार्सल उसके दिए नाम, पते पर पहुंच गया। इस पर उसने पार्सल वाले से कहा कि वह बाहर है। एक खोखे वाले से बात कर पार्सल रखवा दिया। 

    क्यूआर कोड पर 350 रुपये का भुगतान किया। इसके बाद शशि को फोन कर बताया कि पार्सल आ गया और खोखे वाले के पास है। जाकर ले लो। इस पर शशि ने अपनी छह वर्षीय भतीजी और बेटी को भेजकर पार्सल मंगवा लिया। 

    फिर उसने 13 मई को पति सुनील के खाने में जहर मिला दिया। उसकी तबीयत बिगड़ी तो घरवाले ट्रामा सेंटर ले गए, जहां उपचार के बाद वह ठीक हो गया। घर ले जाने पर 14 मई की रात फिर से शशि ने दही में बचा हुआ जहर मिलाकर दे दिया। 

    इससे सुनील की मृत्यु हो गई, लेकिन सुनील की मां रामढकेली की शिकायत पर सीओ अंबरीश कुमार ने जांच की। जांच में गतिविधि संदिग्ध पाए जाने पर शशि और यादवेंद्र को शुक्रवार सुबह नौ बजे घर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

    मामला साबित करने में पुलिस को छूटेगा पसीना

    पुलिस ने भले इसमें शशि और उसके प्रेमी यादवेंद्र को गिरफ्तार सुनील की हत्या का पर्दाफाश कर दिया है, लेकिन कोर्ट में मामले को साबित करने में पसीना छूटेगा। शव का पोस्टमार्टम न होने से जहर से मृत्यु की बात को साबित करना कठिन होगा। 

    इंस्पेक्टर क्राइम सर्वदेव सिंह ने बताया कि मामले में शशि और यादवेंद्र को गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ की गई, जिसमें दोनों ने अपना जुर्म स्वीकार किया। पकड़े गए आरोपितों की निशानदेही पर जिस कटोरी में दही दी गई थी बरामद किया गया, उसमें अब भी तीखी गंध थी। 

    जहर की पुड़िया के साथ ही मृत्यु के समय सुनील के पहने हुए अधजले कपड़े चादर, बनियान और अंडरवियर बरामद किए गए हैं, जो जलाने के बाद घरवालों ने सुरक्षित रख लिया था। इसके अलावा दोनों की कॉल डिटेल रिपोर्ट जैसे अहम साक्ष्य जुटाए गए हैं।

    एक वर्ष पहले पति ने प्रेमी संग पकड़ा था

    इंस्पेक्टर अंजीश कुमार ने बताया कि एक वर्ष पहले शशि और यादवेंद्र को खेत में मिलते हुए देवर ने देख लिया था। उसने भाई सुनील से शिकायत की थी। इस पर सुनील ने पत्नी शशि को फटकारा था। 

    इस पर शशि ने पुलिस में पति और देवर पर मारपीट का आरोप लगाया था, जिसमें सुनील और उसके छोटे भाई का शांतिभंग में चालान किया गया था। उस समय लोकलाज के भय से दोनों ने किसी से कुछ कहा नहीं था, लेकिन निगरानी बढ़ा दी थी।