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    औरैया के वैन मालिक की अपहरण के बाद हत्या, 18 दिन बाद खुला राज, ऑटो चालक ने ज्यादा कमाई के लालच में रची थी साजिश

    Updated: Wed, 26 Nov 2025 11:02 AM (IST)

    फिरोजाबाद में औरैया के एक वैन मालिक की अपहरण के बाद हत्या का मामला सामने आया है। इटावा के ऑटो चालक और उसके साथियों ने ज्यादा कमाई के लालच में इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस वैन मालिक के शव की तलाश कर रही है और मामले की जांच जारी है।

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    जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। नई वैन औरैया के युवक के लिए उसकी हत्या का कारण बन गई। इटावा के ऑटो चालक ने ज्यादा कमाई के लिए अपने दोस्त और साले के साथ मिलकर पहले उसका वैन सहित अपहरण किया। इसके बाद उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी।

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    इस सनसनीखेज वारदात का 18 दिन बाद राज खुला है। पुलिस ने एक गैंग्सटर को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन वैन स्वामी के शव का पता नहीं लगा पाई है। पुलिस को मुख्य आरोपित जीजा-साले की तलाश है।

    औरेया के भटपुरा, ऐरवा-कटरा निवासी वाजिद अली का 22 वर्षीय बेटा सलमान शहर के छदामी लाल जैन मंदिर से आगरा तक ईको वैन चलाता था। उसने दो महीने पहले ही वैन ली थी। वह सुहाग नगर में किराए के मकान में रहता था। सात नवंबर की रात से उसका मोबाइल बंद हो गया।

    कई दिनों तक संपर्क न हो पाने पर पिता ने 12 नवंबर को थाना दक्षिण में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। प्रारंभिक जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कर सलमान की तलाश तेज कर दी।

    इंस्पेक्टर योगेंद्र पाल सिंह ने एक आरोपित राजकुमार निवासी खोंडा, थाना सहपऊ, हाथरस को मंगलवार सुबह छह बजे वाजिदपुर की ठार के पास से गिरफ्तार किया गया।

    पूछताछ में उसने बताया कि सुहाग नगर में किराए पर रहने वाला मनीष मूल निवासी निलोई, जसवंत नगर, इटावा उसका दोस्त है। सात नवंबर की रात वह मनीष के पास सुहाग नगर आया तो वहां मनीष का साला अभिषेक निवासी ग्राम हरदोई, थाना सैफई, इटावा भी था।

    रात में मनीष ने कहा कि उसे नई इको वैन चाहिए। ऑटो में अब उतनी कमाई नहीं होती। इसके बाद उसी समय हाईवे पर आ गए। मीरा चौराहा का चौराहा पर सलमान नई ईको वैन सहित दिखा तो उसे अपना शिकार बना लिया। मनीष और अभिषेक सवारी बनकर ईको में बैठ गए और आगरा चलने के लिए कहा।

    राजकुमार पीछे-पीछे बाइक पर चल रहा था। अभिषेक ने पहले तमंचा सटाकर सलमान को अगवा किया और आगरा के पास तीनों ने मिलकर मफलर से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद का शव लेकर सुहाग नगर आए।

    जीजा-साले शव को ठिकाने लगाने की कहकर आसफाबाद की तरफ चले गए और राजकुमार मनीष के कमरे पर आकर सो गया। इंस्पेक्टर ने बताया कि जीजा-साले ने शव कहां फेंका राजकुमार को इसकी जानकारी नहीं है। राजकुमार पर जसवंत नगर में गैंग्स्टर सहित दो मुकदमे दर्ज हैं।