गंदगी, जलभराव बना नगला भाऊ की पहचान
जागरण संवाददाता फीरोजाबाद नगर निगम के वार्ड नंबर 35 नगला भाऊ की वर्षों से कच्ची पड़ी गलियां गंदगी और जलभराव पहचान बन गई है। खाली प्लॉट गंदगी के डलाबघर और जलभराव में पनपते मच्छर यहां कभी भी बीमारी फैला सकते हैं। सुबह होते ही पानी के लिए भागमभाग तो किसी भी पोल पर स्ट्रीट लाइट नहीं होने से गलियों में रातभर अंधेरा रहता है।
हेडर- जागरण आपके द्वार
- वर्षों से बदहाली में जी रही है 15 हजार की आबादी
- अधिकारियों को सुनाई वेदना, फिर भी नहीं मिली राहत जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: नगर निगम के वार्ड नंबर 35 नगला भाऊ की वर्षों से कच्ची पड़ी गलियां, गंदगी और जलभराव पहचान बन गई है। खाली प्लॉट गंदगी के डलाबघर और जलभराव में पनपते मच्छर यहां कभी भी बीमारी फैला सकते हैं। सुबह होते ही पानी के लिए भागमभाग तो किसी भी पोल पर स्ट्रीट लाइट नहीं होने से गलियों में रातभर अंधेरा रहता है।
मंगलवार को जागरण आपके द्वार के तहत टीम ने वार्ड नंबर 35 नगला भाऊ क्षेत्र में पड़ताल की तो लोगों का दर्द उभर आया। लालऊ रोड किनारे बसे आनंदीपुरम की स्थिति बेहद खराब थी। मुख्य सड़क से जुड़ी सभी लिक गलियां कच्ची पड़ी थीं। सचिन ने बताया कि यहां नियमित सफाई नहीं होती है। जब कभी सफाई कर्मी आते हैं, तो गलियों से कूड़ा उठाकर खाली प्लॉटों में डाल देते हैं। नालियों की व्यवस्था नहीं होने के कारण गलियों एवं खाली पड़े स्थानों पर जलभराव हो जाता है। जिसमें मच्छर पनप रहे हैं। कुछ ऐसे ही हालातों से नगला भाऊ, प्रदीप नगर, गोविद नगर, बल्देव नगर, भोगी नगर, इंद्रानगर के लोग भी जूझ रहे हैं।
वार्ड पर एक नजर
आबादी- 15 हजार।
समस्याएं- कच्ची गलियां, गंदगी, जलभराव, पानी, बिजली।
मुहल्ल- नगला भाऊ, आनंदीपुरम, प्रदीप नगर, गोविद नगर, बल्देव नगर, भोगी नगर, इंद्रानगर । समस्याओं को लेकर कई बार नगर निगम के अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन अभी तक सिर्फ कोरे आश्वासन मिले हैं। अब आंदोलन करने के बाद ही निदान मिल सकता है।
रविद्र पचौरी, फोटो-4 सफाई कर्मी मनमानी करते हैं। नालियों की शिल्ट को गलियों में और कूड़े को खाली प्लॉटों में डाल जाते हैं। जलभराव निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। मच्छर पनप रहे हैं, जो कभी भी बीमारी फैला सकते हैं।
उर्मिला देवी फोटो-5
कई माह से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। सुबह होते ही सबसे पहले पानी का इंतजाम करना होता है। दूसरे मुहल्लों में पानी नहीं मिलता तो बाजार से खरीदना पड़ता है।
गंगासिंह, फोटो-6
इस क्षेत्र में बिजली की उचित व्यवस्था नहीं हैं। पोल नहीं लगे होने के कारण कटिया डालकर काम चला रहे हैं। शिकायत करने के बाद भी अधिकारी निरीक्षण करने नहीं आते।
मातादीन
फोटो-7