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    Indian Bank: एक एक कर 118 ग्राहकों के खातों में किया था खेल, Cashier के साथ मिलकर हुआ 2.41 करोड़ का गबन

    By Rajeev Sharma Edited By: Prateek Gupta
    Updated: Sat, 20 Dec 2025 11:01 PM (IST)

    फिरोजाबाद के Indian Bank में 118 ग्राहकों के खाते से 2.41 करोड़ रुपये का गबन हुआ। बैंक ने ग्राहकों के खाते में छह महीने में पूरी रकम जमा करा दी। कैशिय ...और पढ़ें

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    सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    संस, जागरण. जसराना (फिरोजाबाद)। Indian Bank की शाखा में 118 ग्राहकों के खाते में 2.41 करोड़ रुपये का गबन हुआ था। प्रारंभिक जांच में 91 ग्राहकों के खाते से 1.86 करोड़ रुपये के गबन की बात सामने आने पर प्राथमिकी दर्ज हुई थी। बैंक अधिकारियों ने जांच के बाद सभी ग्राहकों के खाते में छह माह में पूरी रकम जमा करा दी है।

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    शुक्रवार को इस मामले में कैशियर समेत छह आरोपितों को न्यायालय ने सजा सुना दी, लेकिन मुख्य आरोपित शाखा प्रबंधक के विरुद्ध अब तक चार्जशीट भी दाखिल नहीं हुई है। इससे पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।

    वर्तमान शाखा प्रबंधक ज्ञानेश पोरवाल ने बताया कि बैंक की ओर से ग्राहकों का विश्वास बनाए रखने को प्राथमिकता दी गई है। कई ऐसे ग्राहक भी थे, जो जिनके खाते से रकम निकाली गई थी, लेकिन उनके पास जमा पर्ची नहीं थी। बैंक ने उनकी शिकायत को भी संज्ञान में लिया। इसके बाद सीसीटीवी फुटेज, दस्तावेज आदि की जांच की गई।

    इसके बाद सितंबर में ग्राहकों के खाते में रकम जमा करा दी गई। इस घटना में पीड़ित रहे दिनेश वशिष्ठ ने बताया कि उनके 3.50 लाख रुपये फंसे थे। जब खाते में रकम वापस आई तो राहत मिली। व्यापारी विशाल शर्मा ने बताया कि पांच लाख रुपये थे। महीने में दो से तीन बार बैंक के चक्कर लगाते रहे। इस घटना ने बैंक से विश्वास डिगा दिया था, लेकिन पूरी रकम वापस मिलने के बाद भरोसा जगा।

    इधर इस मामले में शाखा प्रबंधक राघवेंद्र सिंह, उसके रिश्तेदार नीलेश को पुलिस अब गिरफ्तार नहीं कर पाई। दोनों हाईकोर्ट से जमानत पर है। इन दोनों के साथ ही सौमिल और एक अन्य के विरुद्ध जांच चल रही है।

    पुलिस अब तक इनके विरुद्ध आरोप पत्र दाखिल नहीं कर पाए हैं। इस मामले में इंस्पेक्टर राजेश पांडेय ने बताया कि शाखा प्रबंधक के गिरफ्तार न हो पाने के कारण विवेचना में देरी हुई है। जल्द ही न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर दिया जाएगा।