GST News: जीएसटी में बदलाव से मरीजों को बड़ी राहत, कैंसर जैसी कई गंभीर बीमारियों का इलाज हुआ आसान
सरकार ने जीवन रक्षक दवाओं पर जीएसटी 12% से घटाकर 5% कर दी है जिससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज सस्ता होगा। मरीजों और कारोबारियों को फायदा होगा। कुछ दवाओं पर जीएसटी शून्य कर दी गई है। इससे इलाज कराने में आ रही आर्थिक बाधाएं कम होंगी। दवा व्यवसायियों का मानना है कि दवाओं की मांग और उत्पादन बढ़ेगा जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। सरकार ने जीएसटी के स्लैब में बदलाव किया है। जीवन रक्षक दवाओं पर जीएसटी 12 से घटकर पांच प्रतिशत कर दी है। जिससे मरीजों को लाभ होगा।
कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का उपचार सस्ता हो जाएगा। दवाओं की मांग बढ़ेगी। उत्पादन बढ़ेगा। कारोबारियो को भी फायदा पहुंचेगा। मरीज और उनके तीमारदार जीएसटी की दर घटने से खुश नजर आ रहे हैं।
कैंसर जैसे गंभीर रोगों की दवाओं पर केंद्र सरकार ने जीएसटी की दरें कम कर दी है। पूर्व में दरें 12 प्रतिशत थी। जिन्हें घटाकर पांच प्रतिशत कर दिया है। कुछ दवाएं ऐसी भी हैं जिन पर सरकार ने पूरी तरह जीएसटी शून्य कर दी है।
दवाओं पर जीएसटी होने के कारण मरीजों को उपचार कराने में अधिक पैसा खर्च करना पड़ रहा था। मरीजों को सहूलियत देने के लिए सरकार ने दवाओं पर जीएसटी के स्लैब को कम कर दिया है। इसे लेकर मरीजों, तीमारदारों को राहत मिली है।
गंभीर रोगों का उपचार करा रहे तीमारदार दवाई के खर्च को लेकर आर्थिक रूप से कमजोर हो गए हैं। ऐसे में केंद्र सरकार ने जीएसटी में बदलाव कर उन्हें राहत पहुंचाने का काम किया है। मरीजों और तीमारदारों के साथ दवा के कारोबारी भी सरकार के इस कदम की सराहना कर रहे हैं।
दवा व्यवसायियों का कहना है कि दवाएं सस्ती हाेने से उनकी मांग बढ़ेगी, उत्पादन बढ़ेगा और दवा कंपनियों में लोगों काे रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
केंद्र सरकार की दूरगामी सोच के चलते कदम उठाया गया है। सरकार के प्रयास सार्थक होंगे। मरीज और तीमारदार सस्ती दरों की दवाओं से गंभीर रोगों का भी सहजता से उपचार करा सकेंगे। बस कंपनियां दवाओं के रेट न बढ़ा दें।
सरकार ने दवाओं पर जीएसटी 12 के स्थान पर पांच प्रतिशत कर दी है। जीवन रक्षक दवाओं पर जीएसटी शून्य हो गई है। जिससे गंभीर बीमार से ग्रसित मरीजों का उपचार बजट में और सुविधाजनक हो सकेगा। हालांकि अभी तक इस पर कोई भी आदेश की प्रति हमारे पास नहीं आई है लेकिन जो हमने अखबार में पढ़ा है। उससे प्रतीत होता है कि इससे काफी लाभ होगा।
- तरुण दीक्षित, दवा विक्रेता
जीएसटी के स्लैब में कमी आने के बाद दवाएं सस्ती हो जाएंगी। अभी तक मरीजों का इलाज काफी महंगा है। कैंसर का इलाज कराना प्रत्येक व्यक्ति के वश की बात नहीं है। जीएसटी स्लैब में कमी आने के बाद काफी हद तक मरीजों को इसका लाभ मिलेगा।
- संजय पाठक, नगरवासी
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