हजारों बीघा फसल बाढ़ में बर्बाद, रास्तों में भरा कीचड़... फिरोजाबाद में यमुना का जलस्तर कम पर मुसीबतें ज्यादा
यमुना नदी में आई बाढ़ से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं जिससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है। नगला सिंघी क्षेत्र में बाजरा तिलहन और ग्वार की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं। ग्रामीणों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। विधायक प्रेमपाल धनगर ने प्रभावित गांवों का दौरा किया और किसानों को मदद का आश्वासन दिया।

जागरण टीम, फिरोजाबाद। यमुना का जल भले ही कम हो गया हो, लेकिन ग्रामीणों की मुसीबतें कम नहीं हुई हैं। हजारों बीघा फसल बर्बाद हो चुकी है। रास्तों में कीचड़ भरा है। वहीं जिन घरों में यमुना का पानी घुस गया था, उनमें अब भी रहने की स्थिति नहीं है। ग्रामीण शासन-प्रशासन से मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
नगला सिंघी क्षेत्र में बाढ़ की चपेट में आने से किसानों की सैकड़ों बीघा बाजरा, तिलहन, ग्वार की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। जलस्तर कम होने के बाद खेतों और खाली जगहों में भरा पानी निकलने के बाद ये स्थिति सामने आई है।
रास्तों में भरा है कीचड़, ग्रामीण कर रहे मुआवजे की मांग
यमुना किनारे पथवारी माता के समीप परिवार सहित रह रहे राजेन्द्र सिंह का कच्चा मकान पूरी तरह से बाढ़ की चपेट आ गया था। उनका कहना है कि पानी बढ़ने के बाद कुछ सामान निकाल पाए, लेकिन गेहूं, बर्तन, चारपाई सहित अन्य सामान वहीं रह गया जो बर्बाद हो गया।
बाढ़ में हजारों बीघा फसल हुई बर्बाद, मोटर पंप खराब
इस समय वह गांव के रामबाबू के मकान में गुजारा कर रहे हैं। विजय प्रकाश के घर के सामने रखा इंजन, चारे की मशीन, भूसे की बुर्जी पानी घटने से दिखने लगी हैं। गांव के ही टुंडपाल की मोटर पंप दल-दल में फंसीं हुईं है। राजेन्द्र सिंह, सौरभ कुमार, लल्लूदास, विजेंद्र सिंह, अशोक कुमार, अनिल कुमार, टुंडपाल, नरेश वर्मा, प्रेम सिंह ने सरकार से मदद की मांग की है।
पानी तो कम हो गया है, लेकिन उससे जो नुकसान हुआ है। उससे उबर पाना मुश्किल है। जरूरत का सामान बाढ़ में डूब गया था, जो अब दिखाई देने लगा है। अधिकांश खराब हो चुके हैं। -सौरभ कुमार, बजहेरा
किसानों का बाढ़ से काफी नुकसान हुआ है। सरकार को चाहिए कि नुकसान का आंकलन कर मुआवजा दे। जिससे गरीब किसान अपने परिवार का भरण पोषण ठीक से कर सकें। -विजय प्रकाश, बजहेरा
विधायक ने किया प्रभावित गांवों का दौरा
विधायक प्रेमपाल धनगर ने शनिवार को बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित गांव जटपुरा, रसूलाबाद, बालमपुर, नगला काले, कुतुबपुर साहब, ग्वारई, गार्डन, भीकनपुर, ठार ढैंका, बझहेरा, गढ़ी साहब, नगला राजपति, छाहरी गांवों का दौरा किया। उन्होंने ग्रामीणों से गांव में यमुना का पानी घुसने से हुए नुकसान की जानकारी ली। ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि कृषि बीमा योजना व अन्य योजनाओं से उन्हें लाभान्वित कराया जाएगा। इसके लिए वह मुख्यमंत्री से मांग करेंगे।
भ्रमण में उनके साथ नायब तहसीलदार बृजराज सिंह, लेखपाल शीलेंद्र कुमार के अलावा पूरन सिंह निषाद, देवेंद्र बघेल, कप्तान सिंह निषाद, लीलाधर, भवानी शंकर सहित आदि लोग उपस्थित रहे।
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