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    Firozabad Encounter: हवाला कारोबारियों को टारगेट बनाता था नरेश, क्राइम ब्रांच भी करेगी जांच और रिक्रेएट होगा सीन

    Updated: Tue, 07 Oct 2025 03:10 PM (IST)

    फिरोजाबाद में 50 हजार के इनामी बदमाश नरेश की मुठभेड़ में मौत के बाद पुलिस ने डीएम को रिपोर्ट भेजी है जिसके बाद मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। पुलिस की क्राइम ब्रांच भी जांच में जुटी है और क्राइम सीन को रिक्रिएट किया जाएगा। पुलिस के अनुसार नरेश हवाला कारोबारियों को निशाना बनाता था और उसने दिल्ली में भी लूट की थी।

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    पुलिस ने डीएम को भेजी मुठभेड़ की रिपोर्ट, होगी जांच।

    जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। 50 हजार के इनामी बदमाश के मुठभेड़ में ढेर होने की रिपोर्ट पुलिस ने डीएम को भेज दी है। डीएम इसकी मजिस्ट्रेट जांच कराएंगे। पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम भी जांच कर रही है। मुठभेड़ का क्राइम सीन रिक्रेएट किया जाएगा।

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    पुलिस के अनुसार बदमाश नरेश हवाला कारोबारियों को टारगेट करता था। उसने तीन वर्ष पहले दिल्ली में भी हवाला कारोबारी से लूट की थी, लेकिन उसकी शिकायत दर्ज नहीं हुई थी। जिससे उसका हौसला बढ़ गया। पुलिस अधिकारियों को उसने बताया था कि हवाला कारोबारी लूट के बाद आयकर की जांच से बचने के लिए शिकायत नहीं करते।

    क्राइम ब्रांच भी करेगी जांच, रिक्रेएट होगा सीन

    इस मामले में भी सुबह हुई घटना की सूचना शाम को पुलिस को दी गई थी। उसने यह भी बताया कि वह लूट की वारदात हमेशा हाईवे पर करता था। जिससे यदि कोई पुलिस से शिकायत करे और जब तक पुलिस पहुंचे तब तक वह सौ से पचास किलोमीटर दूर निकल सके।

    एसएसपी सौरभ दीक्षित ने बताया कि नरेश ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। मौके से अब तक 13 खोखे बरामद हो चुके हैं। क्राइम ब्रांच की जांच से और स्थिति स्पष्ट होगी।

    स्वजन को घेरे रहे पुलिसकर्मी

    नरेश के मुठभेड़ में मारे जाने की जानकारी होने पर उसके स्वजन सुबह ही शहर में आ गए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पोस्टमार्टम हाउस नहीं जाने दिया। दोपहर 2.45 बजे पुलिस पिता और बहनोई को पोस्टमार्टम हाउस लेकर पहुंची। इस दौरान मीडिया से स्वजन को दूर रखा गया था। तीन थाना प्रभारी उन्हें घेरे रहे। ताकि वह बाहर न निकल सकें। वहीं पुलिस अधिकारी भी इस मसले में कुछ भी बोलने से बचते रहे।

    2014 से अपराध जगत में कदम रखा था नरेश ने

    नरेश ने वर्ष 2014 में अपराध की दुनिया में कदम रखा था। फरीदाबाद में उसने 30 लाख की लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद वह दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में लूट, डकैती की कई बड़ी वारदातों को अंजाम देता रहा। कई अन्य वारदात उसका नाम सामने नहीं आया था। वह दो वर्ष पूर्व जेल से छूटा था। नरेश पांच भाइयों में तीसरे नंबर का था। उसके बड़े भाई की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद उसकी शादी विधवा भाभी से करा दी गई। शादी के बाद वह पत्नी के साथ दिल्ली में रहने लगा था।

    नरेश पर दो और मुकदमे दर्ज, लापरवाह पुलिसकर्मी बचे

    नरेश पर लूट का मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने रविवार दोपहर पहले उसके भागने का मुकदमा पंजीकृत किया। बाद में उस पर मुठभेड़ का मुकदमा भी दर्ज किया गया, लेकिन उसके भाग निकलने में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।

    एसपी ग्रामीण अनुज चौधरी का कहना है कि किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि नरेश भाग सकता है। वह रात से सुबह तक कई बार शौच करने गया था। उसे अस्पताल से दवा भी दिलाई गई थी। रविवार दोपहर वह शौच करने बैठा तो सिपाही हथकड़ी का दूसरा हिस्सा पकड़कर खड़ा था। इस पर नरेश ने शर्मिंदगी की बात कहते हुए सिपाही से मुंह दूसरी ओर करने के लिए कहा। सिपाही जैसे ही घूम वह भाग गया। आसपास बाजरा के काफी खेत हैं। वह उन्हीं में होकर चला गया। इस मामले की विभागीय जांच कराई जा रही है। सीओ सिरसागंज अनिवेश कुमार को जांच सौंपी गई है।