UP Politics: विपक्ष को हटाने का षड्यंत्र... 130वें संविधान संशोधन विधेयक पर सपा MP रामजीलाल सुमन का हमला
UP Politics सपा नेता रामजीलाल सुमन ने कहा कि मोदी सरकार 130वें संविधान संशोधन विधेयक को विपक्ष के खिलाफ औजार बनाना चाहती है। विधेयक के अनुसार पांच वर्ष या अधिक की सजा वाले मामलों में मुख्यमंत्री या मंत्री 30 दिन तक कारागार में रहने पर पद से हटा दिए जाएंगे।
जागरण संवाददाता, आगरा। सपा के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमन ने कहा कि, मोदी सरकार संसद में प्रस्तुत 130वें संविधान संशोधन विधेयक को विपक्ष के नेताओं के खिलाफ एक औजार बनाना चाहती है।
विधेयक के अनुसार पांच वर्ष या उससे अधिक की सजा वाले मामलों में पंजीकृत अपराध के बाद यदि मुख्यमंत्री या मंत्री 30 दिन तक कारागार में निरुद्ध रहता है तो उसे पद से हटा दिया जाएगा। यदि किन्हीं परिस्थितियों में केंद्र में प्रधानमंत्री राष्ट्रपति को और राज्यों में मुख्यमंत्री राज्यपाल को अपनी संस्तुति या सलाह नहीं देते हैं तो भी वह मुख्यमंत्री या मंत्री अपने पद पर आसीन नहीं रहेगा।
सांसद ने दी प्रतिक्रिया
सांसद ने कहा, कि यह विशुद्ध रूप से तानाशाही कदम है। देश में विपक्षी सरकारों को अपदस्थ करने का यह विधेयक एक साधन मात्र है। इस विधेयक में प्रधानमंत्री को हटाने का भी प्रविधान किया गया है, लेकिन यह मात्र दिखावा और अव्यावहारिक है। क्या यह संभव है कि कोई भी प्रधानमंत्री स्वयं को पद से हटाने के लिए सलाह देगा?
रामजीलाल सुमन ने किए आरएसएस पर प्रहार
सुमन शनिवार दोपहर संजय प्लेस स्थित आहार रेस्टोरेंट में प्रेसवार्ता कर रहे थे। सुमन यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि यह सर्वविदित है कि मोदी सरकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बैसाखियों पर टिकी है। पूरी दुनिया जानती है कि आरएसएस का आदर्श हिटलर है। मोदी सरकार उसी तानाशाही विचार को क्रियान्वित करने में लगी है। यह विधेयक भारत के संघीय ढांचे पर भी हमला है।
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